हत्या के प्रयास मामले में आरोपित की प्रोडक्शन वारंट पर पेशी, तिहाड़ से चंडीगढ़ लाया गया
गाड़ी पर फायरिंग कर फरार होने वाले पांच आरोपितों में से एक को चंडीगढ़ पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। गाड़ी पर फायरिंग कर फरार होने वाले पांच आरोपितों में से एक को चंडीगढ़ पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। आरोपित अब तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था औैर चंडीगढ़ पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर अदालत में लेकर आई। जहां अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपित की पहचान प्रमोद के रूप में हुई है। वहीं मामले के तीन आरोपितों कृष्ण, पवन, अमित को पुलिस ने बीती दो मार्च को हिरासत में ले लिया था। इसके अलावा मामले के पांचवें आरोपित नीटू को चंडीगढ़ पुलिस 26 अप्रैल को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर अदालत में पेश करेगी, वह अभी रोहतक जेल में बंद है।
17 सितंबर, 2018 को उक्त आरोपितों ने सेक्टर-40 में कोठी नंबर 650 में रहने वाले सुनील खासा की गाड़ी पर घर के बाहर ही गोलियां चलाई थी। दरअसल, सुनील के भाई नरेंद्र की 2010 में हत्या कर दी गई थी। इस केस में सुनील ही शिकायतकर्ता था और उसकी मामले में दो दिन बाद ही गवाही होनी थी। लेकिन आरोपितों ने सुनील को निशाना बनाते हुए उनकी गाड़ी पर फायरिंग की सुनील की गाड़ी पर हमले होते ही उनके ड्राइवर मोनू ने गाड़ी को वहां से भगा लिया। सुनील पर हमला करने में उक्त सभी आरोपित मौजूद थे। सभी हमलावर गाड़ी से आए थे और गाड़ी को प्रमोद ही चला रहा था। हमलावरों ने भी गाड़ी वहां से भगा ली और फरार हो गए। इन सभी पर पुलिस ने आइपीसी की धारा 307, 34 और आम्र्स एक्ट की धारा 27, 54 और 59 के तहत केस दर्ज किया था।