चुनाव जीतने के लिए ABVP ने INSO और HPSU से मिलाया हाथ Chandigarh News
एबीवीपी प्रेसिडेंट के तौर पर पारस रतन और वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर दिव्या चोपड़ा को मैदान में उतारा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट काउंसिल में खुद की दावेदारी मजबूत करने के लिए शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने इनसो और एचपीएसयू से गठबंधन कर लिया है। एबीवीपी प्रेसिडेंट के तौर पर पारस रतन और वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर दिव्या चोपड़ा को मैदान में उतारा है। जबकि सेक्रेटरी के लिए इनसो से गौरव दूहन और ज्वाइंट सेक्रेटरी के लिए एचपीएसयू से रोहित ठाकुर को मैदान में उतारा है।
उल्लेखनीय है कि एबीवीपी पहले प्रेसिडेंट पद के लिए ही उम्मीदवार उतार रही थी लेकिन बाद में जब अलायंस के तौर पर आई पार्टियों ने एक-एक पद पर दावेदारी ठोकी तो दिव्या चोपड़ा को वाइस प्रेसिडेंट पद के लिए उतारा गया। इस गठबंधन से एबीवीपी को जहां पर मजबूती मिली है, वहीं, दूसरे छात्र संगठनों को इससे परेशानी हो सकती है। पीयू में इनसो छात्र संगठन मजबूती से उभरा है और हर बार बेहतर मतों से बढ़त बनाता आया है।
मतभेदों के चलते एचपीएसयू दोफाड़
एबीवीपी में एचपीएसयू का विलय होने से पहले दोफाड़ हो गया। एक ग्रुप निशांत कौशल का है जबकि दूसरा ग्रुप कुलदीप का है। निशांत कौशल ने अपने पूरे ग्रुप को एबीवीपी में मिला दिया। जबकि दूसरे ग्रुप ने सोई का सहयोग देने का निर्णय लिया है।
एबीवीपी ने लगाए मुर्दाबाद के नारे
शनिवार को गठबंधन की घोषणा करने के समय एबीवीपी और अलायंस ग्रुप ने पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्टूडेंट्स का आरोप था कि एनएसयूआइ प्रेसिडेंट पद के उम्मीदवार निखिल की हाजिरी में धांधली हुई है। पीयू प्रशासन ने निखिल को अयोग्य होने के बावजूद प्रेसिडेंट पद पर लड़ने का मौका दिया है। जोकि पूरी तरह से गलत है। वहीं, इस मौके पर एबीवीपी ने खुद के मेनिफेस्टो को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि पीयू को हेरिटेज इमारत का दर्जा दिलाएंगे। पीयू को सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनवाएंगे। टीचर्स की नियुक्तियां करानी हैं। हॉस्टलों की संख्या को बढ़ाना है। गर्ल्स को सेल्फ डिफेंस की शिक्षा देना है। पीयू को प्लास्टिक फ्री कैंपस बनाना है। स्मार्ट क्लासरूम और टीचिंग रूम का निर्माण कराना है।
छात्र संघ स्टूडेंट्स के हितों को लेकर पूरी तरह से सजग है। कोई भी नियम कुछ समय के लिए नहीं होंगे बल्कि यह लंबे समय के लिए बनाए जाएंगे। देश को तोड़ने वाली ताकतों को कैंपस में टिकने नहीं दिया जाएगा। -परमिंदर सिंह कटोरा, सचिव, एबीवीपी
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