पंजाब विधानसभा का बजट सत्र : ट्रेनिंग लेकर कैप्टन सरकार को घेरेगी आप
आम आदमी पार्टी के विधायक विधानसभा के बजट सत्र में कैप्टन सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। इसके लिए विधायकों को बकायदा ट्रेनिंग भी दी गई है।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। विधानसभा के बजट सत्र में बीस विधायकों वाली आम आदमी पार्टी किसी नौसिखिया दल की तरह व्यवहार नहीं करेगी। इसके लिए बाकायदा सभी विधायकों को न सिर्फ ट्रेनिंग दी गई है बल्कि जिन मुद्दों पर जिस विधायक ने बोलना है, उस संबंध में उन्हें सलाहकार भी मुहैया करवाया गया है। यह तय है कि आप रेत प्रकरण पर कांग्रेस के लिए विधानसभा में परेशानी खड़ी करेगी। कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह के धुर विरोधी आप विधायक सुखपाल खैहरा ने 15 जून को काम रोको प्रस्ताव लाने का फैसला किया है।
फूलका बोले-खजाना खाली का बहाना नहीं चलेगा, रेत प्रकरण में खैहरा लाएंगे काम रोको प्रस्ताव
आप विधायक दल और लोक इंसाफ पार्टी के बैंस बंधुओं की मंगलवार को संयुक्त बैठक हुई। इसमें यह तय हुआ कि कौन विधायक किस मुद्दे को उठाएगा। आप ने सरकार को घेरने की रणनीति में बदलाव कर दिया है। विपक्ष ने सत्ता पक्ष के 'खाली खजाने' के तर्क को खारिज करने का फैसला किया है।
विपक्ष के नेता एचएस फूलका ने कहा कि सरकार यह कहकर बच नहीं सकती कि खजाना खाली है। हम सरकार को बताएंगे कि सरकार क्या कर सकती थी और क्या नहीं किया? सतलुज यमुना लिंक (एसवाइएल) नहर मुद्दे पर बैंस बंधु प्राइवेट बिल लाने की तैयारी में हैं। आप ने किसानों के कर्ज माफी व आत्महत्या के मुद्दों को उठाने के साथ ही महिला उत्पीडऩ को भी जोरदार ढंग से उठाने का फैसला किया है। इसकी कमान खुद फूलका संभालेंगे।
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फूलका कहते हैं कि रौला पाने के लिए रौला नहीं पाएंगे, हम सभी मायने में विपक्ष की भूमिका अदा करेंगे। जगराओं (लुधियाना) में एक महिला कांस्टेबल ने थाने में फंदा लगा लिया। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है कि महिलाओं को उत्पीड़न से बचाने के लिए हर विभाग में कमेटी बनाई जाए। ये कमेटियां निष्क्रिय हैं। अगर यह कमेटियां सक्रिय होतीं तो कांस्टेबल अमनप्रीत कौर को जान नहीं देना पड़ता। इस मामले में सरकार को जवाब देना होगा।
दिल्ली के विधायक ने दी ट्रेनिंग
आप के 20 में से 19 विधायक पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं। विधायकों को अनुभव नहीं है, इस बात को पार्टी भी समझती है। इसीलिए दिल्ली के विधायक सौरभ भारद्वाज को पंजाब के विधायकों को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी दी गई। सौरभ ने यह सिखाया है कि विधानसभा में कैसे मुद्दे उठाएं और किस प्रकार से एकजुट होकर आवाज बुलंद करें। पहले विधानसभा सत्र में नौसिखियेपन के कारण आप प्रभाव नहीं छोड़ पाई थी।
बैंस बंधु का सीट विवाद फिर उठेगा
विधानसभा में बैंस बंधु के सीट का विवाद एक बार फिर उठेगा। बैंस बंधु अब भी आप के विधायकों के साथ बैठने को लेकर अड़े हुए हैं, जबकि स्पीकर ने उनकी सीट अपने सामने वाली लॉबी में दी है। पहले सत्र में यह मुद्दा उठा था। तब स्पीकर ने उनके द्वारा बोली गई बात को रिकार्ड पर लाने से मना कर दिया था। विपक्ष के नेता एचएस फूलका कहते हैं कि यह मामला बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में उठाया जाएगा। आप चाहती है कि बैंस बंधु आप विधायकों के साथ ही बैठें।
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