चंडीगढ़ में AAP लड़ेगी नगर निगम चुनाव, लेकिन पार्टी के पास कोई बड़ा चेहरा नहीं, चंद्रमुखी शर्मा पर दारोमदार
मंगलवार को आप के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ चंद्रमुखी शर्मा की यूटी गेस्ट हाउस में बैठक हुई। चंद्रमुखी शर्मा को चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव का प्रभारी नियुक्त किया गया है। बैठक में चंद्रमुखी ने केजरीवाल को चंडीगढ़ में पार्टी की स्थिति से अवगत करवाया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी उम्मीदवार अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे। ऐसे में आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ में राजनीतिक जमीन तलाश रही है। इस समय आप के पास शहर में कोई बड़ा चेहरा भी नहीं है। लेकिन पार्टी ने पंजाब में होने वाले विस चुनाव से पहले दिसंबर में होने वाले चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के लिए कमर कस ली है। पूर्व पार्षद चंद्रमुखी शर्मा जब से कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए हैं तब से शहर में जरूर पार्टी की गतिविधि बढ़ी हैं।
मंगलवार को आप के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ चंद्रमुखी शर्मा की यूटी गेस्ट हाउस में बैठक हुई। चंद्रमुखी शर्मा को चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव का प्रभारी नियुक्त किया गया है। केजरीवाल के साथ हुई बैठक में चंद्रमुखी शर्मा ने चंडीगढ़ में पार्टी की स्थिति से अवगत करवाया, जिसके बाद केजरीवाल ने चंद्रमुखी शर्मा को नगर निगम चुनाव के लिए तैयारियां तेज करने के निर्देश दिए। यह भी स्पष्ट किया गया कि पार्टी चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव लड़ेगी।
इस समय शहर में यह भी भम्र की स्थिति बनी हुई थी कि पंजाब विधानसभा चुनाव को देखते हुए आम आदर्मी पार्टी चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव लड़ने से पलट जाएगी। लेकिन केजरीवाल ने बैठक में स्पष्ट कर दिया है कि वह चुनाव लड़ेंगे। इस बैठक में पंजाब आप के अध्यक्ष भगवंत मान और राघव चढ्ढा भी मौजूद थे। हालांकि सेक्टर-27 प्रेस क्लब में हुई वार्ता में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव को लेकर किसी रणनीति का उजागर नहीं किया। इस प्रेस वार्ता में जहां केजरीवाल ने पंजाब चुनाव को देखते हुए फ्री बिजली की घोषणाएं की। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन को अनदेखा किया गया, पार्टी के नेताओं ने मास्क नहीं पहना हुआ था जिसको लेकर सोशल मीडिया पर आप नेताओं की जमकर किरकिरी भी हो रही है।
पिछले चुनाव में आप पलटी, गुलपनाग गायब
कांग्रेस और भाजपा को उम्मीद थी कि साल 2016 में हुए नगर निगम चुनाव की तरह आप एक बार फिर से चुनाव न लड़ने का फैसला लेगी। जबकि उस समय उससे पहले साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में आप की उम्मीदवार गुलपनाग एक लाख से ज्यादा वोट लेने में कामयाब हो गई थी। उस समय पार्टी की स्थिति मजबूत थी। गुलपनाग को 108679 वोट मिले थे। अभिनेत्री गुलपनाग लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद ही शहर से गायब हो गई थी। गुलपनाग के गायब रहने से आप को भारी नुकसान भी झेलना पड़ा। आप को एक लाख से ज्यादा पड़े वोट को देखते हुए पूर्व केद्रीय मंत्री हरमोहन धवन ने साल 2019 का लोकसभा चुनाव आप की टिकट से लड़ा लेकिन पार्टी की हालत काफी पतली रही और धवन की जमानत ही जब्त हो गई। हरमोहन धवन को 13 हजार वोट लेकर ही संतोष करना पड़ा। धवन ने भी लोकसभा चुनाव के बाद से आप से किनारा कर लिया है। ऐसे में दिसंबर में होने वाले नगर निगम चुनाव जीतने का पूरा दरमोदार चंद्रमुखी शर्मा पर है। चंद्रमुखी शर्मा के बाद से कोई बड़ा नेता आप में शामिल नहीं हुआ है।
----
"यूटी गेस्ट हाउस में उनकी राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक हुई। केजरीवाल चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव को लेकर काफी गंभीर हैं। इस दौरान उन्होंने चंडीगढ़ में पार्टी की गतिविधि की जानकारी ली और आने वाले नगर निगम चुनाव को लेकर मजबूती से काम करने के लिए कहा है। पार्टी सभी 35 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
-चंद्रमुखी शर्मा, चुनाव प्रभारी, आप चंडीगढ़