आप नेता चीमा बोले- फूलका ने इस्तीफा दे दिया, अब पांचों कांग्रेसी मंत्री भी इस्तीफा दें
चीमा ने कहा कि बेअदबी कांड में आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आप विधायक एडवोकेट एचएस फूलका ने इस्तीफा दे दिया है, अब पांचों कांग्रेसी मंत्री भी इस्तीफा दें।
जेएनएन, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के पांच मंत्रियों से इस्तीफे की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि बेअदबी कांड में आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आप विधायक एडवोकेट एचएस फूलका ने इस्तीफा दे दिया है, अब पांचों कांग्रेसी मंत्री भी इस्तीफा दें। मंत्रियों ने विधानसभा में बेअदबी के दोषियों को न बख्शने की बात कही थी।
उन्होंने कहा कि विधानसभा में बेअदबी कांड की जांच रिपोर्ट पर बहस के दौरान कांग्रेस के पांचों मंत्री मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के सामने झोली फैला कर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। अब वह इस मामले में चुप क्यों हैं। उन्होंने कहा कि फूलका ने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई न होने को लेकर इस्तीफा देने का एलान किया था। उन्होंने वादा पूरा किया। उन्होंने पूछा कि कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत सिंह बादल, सुखजिंदर सिंह रंधावा और चरनजीत सिंह चन्नी भी इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे।
बता दें, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक एचएस फूलका ने गत दिवस विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को भी कठघरे में खड़ा किया गया है, लेकिन सरकार ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की। पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह को लिखे गए इस इस्तीफे में फूलका ने लिखा है कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने लोगों के साथ धोखा किया है, इसलिए वह विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
विधानसभा में बेअदबी के मुद्दे पर जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट और बहस के दौरान पंजाब सरकार के पांच मंत्रियों सुखजिन्दर सिंह रंधावा, नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत सिंह बादल, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और चरनजीत सिंह चन्नी व अन्य ने बड़े -बड़े भाषण देकर दोषियों को सजा दिलाने के दावे किए थे, लेकिन बाद में उन्होंने आयोग की रिपोर्ट पर कार्रवाई करने की जगह दोषियों को बचाने के लिए रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
फूलका के अनुसार सरकार के इन पांच मंत्रियों ने डीजीपी सुमेध सिंह सैनी व उस समय के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया था। साथ ही कहा था कि बेअदबी के डेरा प्रमुख राम रहीम भी जिम्मेदार है। फूलका ने इस्तीफे में लिखा है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाओं ने पंजाब के लोगों को काफी आहत किया है।