ड्रिल मशीन में साड़ी का पल्ला फंसने से महिला की मौत, मोहाली में दिल दहला देने वाला हादसा, कंपनी पर लापरवाही का आरोप
मोहाली में कोंटीनेंटल इंजीनियरिंग कंपनी में एक महिला कर्मचारी की ड्रिल मशीन में साड़ी फंसने से मौत हो गई। महिला के पति ने कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनकी पत्नी को बिना ट्रेनिंग के मशीन पर काम करने के लिए कहा गया था। कंपनी ने सुरक्षा उपायों का पालन करने का दावा किया है और जांच में सहयोग करने की बात कही है।

जागरण संवाददाता, मोहाली। पंजाब के मोहाली स्थित इंडस्ट्रियल एरिया फेज-7 में कोंटीनेंटल इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। यहां काम कर रही एक महिला कर्मचारी की ड्रिल मशीन में साड़ी का पल्ला फंसने के कारण मौके पर ही मौत हो गई। मृतका की पहचान 42 वर्षीय उर्मिला के रूप में हुई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि उर्मिला के परिवार ने कंपनी पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है।
उर्मिला के पति हरि लाल तिवारी ने बताया कि वह और उनकी पत्नी पिछले चार वर्षों से इसी कंपनी में काम कर रहे थे। वीरवार सुबह दोनों पति-पत्नी साथ ही काम पर पहुंचे थे। उर्मिला नीचे ड्रिल मशीन पर काम कर रही थीं, जबकि वह ऊपरी मंजिल पर अलग-अलग काम में व्यस्त थे। अचानक उन्हें खबर मिली कि उनकी पत्नी की साड़ी मशीन में फंस गई है, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई हैं।
हरि लाल ने बताया कि वह ऊपर काम कर रहा था और सहकर्मियों ने उसे नीचे बुलाया। उर्मिला को तुरंत निकाला गया और नजदीकी ईएसआईसी अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उर्मिला को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल फेज-6 की मार्चरी में रखवा दिया। प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण साड़ी का पल्ला मशीन में फंसना ही पाया गया है।
बिना ट्रेनिंग के ड्रिल मशीन पर काम, सेफ्टी उपायों की कमी
पूरे मामले में हरि लाल तिवारी ने कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा मेरी पत्नी ने फैक्ट्री में हेल्पर के पद पर जॉइन किया था, लेकिन उनसे ड्रिल मशीन पर काम करवाया जा रहा था। उन्हें मशीन चलाने की कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई थी। न केवल उन्हें, बल्कि अन्य कर्मचारियों को भी ऐसी मशीनों पर काम के लिए कोई प्रशिक्षण नहीं दिया जाता।
यह पूरी तरह लापरवाही है, जिसके कारण हमारी जिंदगी बर्बाद हो गई। परिवार ने मांग की है कि कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उचित मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सेफ्टी नियमों का पालन अनिवार्य होना चाहिए।
कंपनी का पक्ष- ढीले कपड़े पहन काम करने की अनुमति नहीं
कंपनी के अकाउंट हेड ने हादसे पर सफाई देते हुए कहा कि फैक्ट्री में सेफ्टी के सभी उपाय किए जाते हैं। उन्होंने दावा किया कि ऐसा नहीं है कि सुरक्षा के कदम अनदेखे हैं। मशीनों पर काम करने वाली किसी भी महिला को चुन्नी या ढीले कपड़े पहनकर काम करने की अनुमति नहीं है। फैक्ट्री के अंदर बोर्ड पर साफ-साफ लिखा है कि चुन्नी पहनकर मशीन पर काम न करें।
अकाउंट हेड ने आगे बताया महिला ने एप्रेन भी पहना हुआ था, जो विशेष रूप से कपड़ों को मशीन में फंसने से बचाने के लिए दिया जाता है। फिर भी साड़ी का पल्ला फंस गया, जिससे हादसा हो गया। कंपनी समय-समय पर सभी कर्मचारियों को ट्रेनिंग देती है और उनके वीडियो भी रिकार्ड किए जाते हैं। यह महिला पिछले साढ़े तीन साल से यहां काम कर रही थी। हादसे की जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा और परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी। परिवार के आरोपों के जवाब में उन्होंने कोई स्पष्टता नहीं दी।
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