स्वास्थ्य विभाग में शामिल होंगे 96 ग्रामीण डॉक्टर्स
-स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा ने क्लियर की आवेदन की फाइल -राज्य में पंचायती राज विभाग के तहत सेव
-स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा ने क्लियर की आवेदन की फाइल
-राज्य में पंचायती राज विभाग के तहत सेवारत हैं 1100 डॉक्टर
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कैलाश नाथ, चंडीगढ़: डॉक्टरों की कमी का सामना कर रहे स्वास्थ्य विभाग को बड़ी राहत मिलने वाली है। पंचायती राज विभाग के तहत आने वाले 96 डॉक्टर्स अब स्वास्थ्य विभाग में शामिल होंगे। उनके आवेदन को स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा ने स्वीकार कर लिया है। साथ ही इन डॉक्टरों की फाइल भी क्लीयर हो गई है। जल्द ही ये स्वास्थ्य विभाग के तहत सेवाएं देना शुरू कर देंगे।
राज्य में 800 से ज्यादा एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी है। कई वर्षो से स्वास्थ्य विभाग की ओर से तमाम प्रयासों के बावजूद सरकार को डॉक्टर्स नहीं मिल पा रहे थे, जिस कारण स्वास्थ्य सेवाएं बड़े स्तर पर प्रभावित हो रही हैं। वहीं, पंचायती राज विभाग के तहत 1100 डॉक्टर्स ग्रामीण डिस्पेंसरियों में सेवाएं दे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग कई वर्षो से इनको शिफ्ट करने की कोशिश में था, लेकिन ग्रामीण डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग में शामिल होने के लिए तैयार नहीं थे। मुख्य मुद्दा वरिष्ठता को लेकर था। स्वास्थ्य विभाग के प्रयास के बाद 140 डॉक्टर्स स्वास्थ्य विभाग में शामिल होने को राजी हो गए हैं। इसमें से 96 डॉक्टरों ने आवेदन भी कर दिया है। विधानसभा में उठा था मुद्दा
विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा ने मुद्दा उठाया था कि पंचायती राज विभाग के तहत आने वाले डाक्टरों की कोई भी जवाबदेही नहीं हैं। वे किसी भी नेशनल व स्टेट लेवल के प्रोग्राम का हिस्सा नहीं बनते हैं। मुख्य रूप से वे क्या करते हैं, इस बारे में किसी को नहीं पता। ये डॉक्टर्स यूनियनबाजी कर रहे हैं। अगर ये सभी स्वास्थ्य विभाग में शामिल हो जाते हैं, तो हेल्थ सिस्टम में सुधार भी होगा और डॉक्टरों की कमी भी पूरी हो जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इनमें से 40 फीसद डॉक्टर एमडी हैं। अभी तक 140 डॉक्टरों ने अपनी सहमति दे दी है, जिन्हें जल्द ही स्वास्थ्य विभाग में शामिल कर लिया जाएगा। स्वास्थ्य सेवाओं में होगा सुधार
ब्रह्म मोहिंदरा ने कहा कि 96 डॉक्टरों की फाइल क्लियर हो चुकी है। जल्द ही और भी डॉक्टर आवेदन करेंगे। जैसे-जैसे आवेदन आते रहेंगे डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग में शामिल कर लिया जाएगा। ग्रामीण डॉक्टरों के स्वास्थ्य विभाग में शामिल होने से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होगा। क्योंकि सभी डॉक्टर अनुभवी हैं। पूर्ण वेतन देने का लिया था फैसला
पंजाब सरकार एमबीबीएस डॉक्टरों को प्रोबेशन के दौरान पूर्ण वेतन देने का फैसला ले चुकी है। पहले पंजाब सरकार ने प्रोबेशन पीरियड के दौरान केवल मूल वेतन देने का फैसला किया था।