चंडीगढ़ में इस बार जलेगा 90 फीट का रावण, दशहरे की तैयारियां शुरू, कारिगर पुतलों के निर्माण में जुटे
दशहरे पर चंडीगढ़ में इस बार 90 फीट का रावण दहन होगा। बता दें कि इससे पहले 2019 में चंडीगढ़ के धनास परेड ग्राउंड में दुनिया के सबसे ऊंचे 221 फीट के रावण का दहन किया गया था। रावण के पुतले का दहन रिमोट से किया गया था।
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में इस बार दशहरे पर 90 फीट ऊंचे रावण का दहन होगा। यह रावण दहन सेक्टर-46 की रामलीला एवं दशहरा कमेटी द्वारा सेक्टर-46 मैदान में किया जाएगा। कमेटी की तरफ से रावण के पुतले का निर्माण करवाया जा रहा है। रावण के साथ मेघनाद और कुंभकर्ण के 80 से 85 फीट के पुतलों का भी दहन होगा। इन पुतलों का निर्माण सनातन धर्म मंदिर में किया जा रहा है। प्रशासन ने रावण दहन की मंजूरी दे दी है, लेकिन अभी तक पटाखों को लेकर असमंज की स्थिति है।
दशहरा कमेटियों के अनुसार कोरोना के बाद रामलीला और दशहरे को लेकर लोगों में उम्मीदें हैं, लेकिन पटाखों को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है।
वहीं सेक्टर-34 में होने वाले रावण दहन के लिए भी संयुक्त रामलीला एंड दशहरा कमेटी परेशान है। क्योंकि संयुक्त रामलीला एंड दशहरा कमेटी में शहर की 22 रामलीला एंड दशहरा कमेटियां रावण दहन के लिए मैदान की अनुमति दो दिन की मिली है। इसी प्रकार से पहली बार सेक्टर-49 में मंचन करने जा रही दिव्य रामायण युवा कला मंच 70 फीट के रावण और 45-45 फीट के कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले बना रही हैं।
बता दें कि इससे पहले 2019 में चंडीगढ़ के धनास परेड ग्राउंड में दुनिया के सबसे ऊंचे 221 फीट के रावण का दहन किया गया था। रावण के पुतले का दहन रिमोट से किया गया था।
24 से शुरू होगा रामलीला का मंचन
रामलीला मंचन के लिए शहर की 50 में से 40 कमेटियों को अनुमति मिल चुकी है। मंचन की मंजूरी पाने वाली कमेटियों में से आजाद ड्रामेटिक क्लब सेक्टर-20 शनिवार 24 सितंबर शनिवार से रामलीला का मंचन शुरू करेगी। वहीं शहर की अन्य रामलीला कमेटियां 25 और 26 सितंबर से मंचन शुरू करेंगी।
मंजूरी के लिए कमेटियों को अलग से करना पड़ रहा आवेदन
रामलीला एंड दशहरा कमेटियों को रामलीला मंचन और रावण दहन की मंजूरी के लिए परेशान होना पड़ा है। रामलीला मंचन और रावण दहन की मंजूरी के लिए पहले नगर निगम को आवेदन करना पड़ता था। निगम से बिजली, दमकल, समेत अन्य विभागों की स्वीकृति मिलने के बाद एरिया एसडीएम से अनुमति मिल जाती थी लेकिन इस बार नगर निगम से अनुमति लेने के बाद सुरक्षा प्रबंधों के लिए एसडीएम कार्यालय में आवेदन करने की नई प्रक्रिया शुरू की है, जिससे रामलीला एंड दशहरा कमेटियां परेशान हैं। कुछ कमेटियों को अभी तक रामलीला मंचन के लिए एसडीएम कार्यालय से मंजूरी नहीं मिली है।
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"रामलीला मंचन और रावण दहन की अनुमति मिल चुकी है। एसडीएम कार्यालय से अनुमति के लिए अलग से आवेदन करना पड़ रहा है। संयुक्त रामलीला एंड दशहरा कमेटी की सभी 22 कमेटियों को मंचन की अनुमति मिल चुकी है।
-गुलशन कुमार, प्रधान आजाद ड्रामेटिक क्लब सेक्टर-20
"पटाखों की अनुमति नहीं मिली है, लेकिन पुतलों का दहन होगा। अगर प्रशासन पटाखों की अनुमति देता है तो दशहरा पहले की तरह रोचक होगा।
-जतिंदर भाटिया, प्रेसिडेंट रामलीला एंड दशहरा कमेटी सेक्टर-46
"रामलीला मंचन और रावण दहन की अनुमति मिल चुकी है। प्रशासन ने इस बार कार्यप्रणाली में बदलाव किया है जो कि लंबा है यदि इसे सुगम किया जाए तो यह बेहतर रहेगा।
-प्रदीप कुमार, निर्देशक दिव्य रामायण युवा कला मंच सेक्टर-49