Move to Jagran APP

पॉकेट मनी लाने पर 9 साल के बच्चे को पीटा

बच्चे को मिलने वाली पॉकेट मनी से अध्यापक परेशान है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 May 2018 04:12 PM (IST)Updated: Sat, 19 May 2018 04:12 PM (IST)
पॉकेट मनी लाने पर 9 साल के बच्चे को पीटा
पॉकेट मनी लाने पर 9 साल के बच्चे को पीटा

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नौ वर्ष के बच्चे को रोजाना पॉकेट मनी लाने के कारण शुक्रवार को टीचर ने पीट दिया। बच्चे के पिता प्रवीन ने आरोप लगाया है कि बच्चे को रोजाना वह पैसे देते थे, क्लास टीचर ने शुक्रवार दोपहर को ही बच्चे की मा जसविंदर को बुलाकर पैसे देने से इंकार किया था। उसके बाद शाम साढ़े पाच बजे मा बच्चे को स्कूल से वापिस लेने गई तो बच्चे को बुरी तरह से पीटा हुआ था। बच्चे की हालत इतनी खराब थी कि बच्चे ने डर के कारण बाथरूम तक पेंट में कर दिया था। पुलिस को दी शिकायत

loksabha election banner

बच्चे के पिता प्रवीन ने बताया कि मामले की शिकायत पुलिस को दे दी है। बच्चे का स्कूल इवनिंग शिफ्ट में लगेगा। इसके चलते दोपहर बाद ही पता चल पाएगा कि मामले में क्या होगा।

कैंटीन में रोजाना हो रहे थे बच्चों के झगड़े : वाइस प्रिंसिपल

मामले के बारे में जब स्कूल वाइस प्रिंसिपल विनिता ने बताया कि बच्चे को मिलने वाली पॉकेट मनी से अध्यापक परेशान है। बच्चा मात्र तीन घटे के लिए स्कूल आता है और रोजाना उसके पास 20 से 50 रुपये होते है। वह कैंटीन में जाकर सामान लाता है, जिसके बाद क्लास में उसे खाने के दौरान बच्चे आपस में लड़ाई करते है। इसी प्रकार से शुक्रवार को हुआ। बच्चे कैंटीन से लाए हुए सामान को खाने के लिए लड़ रहे थे जिस पर क्लास टीचर ने बच्चे को थप्पड़ मार दिए। विनिता ने बताया कि बच्चे की पॉकेट मनी से पूरी क्लास का माहौल खराब हो जाता है। बच्चे सामान क्लास में आते ही जमकर हो-हल्ला करते है। टीचर बच्चों को डाट नहीं सकते है जिसके कारण उन्हें क्लास में बिठाना तक मुश्किल हो जाता है। इसी पॉकेट मनी को लेकर पिछली क्लासों में भी कई बार बच्चे की मा को अवगत कराया जा चुका है लेकिन कभी फर्क नहीं पड़ा। मा का हमेशा कहना होता है कि बच्चा है तो क्या पैसे लाकर कैंटीन में कुछ खा लेता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.