Chandigarh: 61 हजार करदाताओं को 25 प्रतिशत पेनल्टी और 12 प्रतिशत ब्याज के साथ प्रापर्टी टैक्स कराना होगा जमा
Chandigarh Tax Penalty नगर निगम ने 31 मई तक प्रापर्टी टैक्स जमा कराने में 20 प्रतिशत तक की छूट दी थी। बावजूद इसके 40 हजार टैक्स दाताओं ने इस छूट का फायदा नहीं उठाया। अब इन 60 हजार टैक्स दाताओं को पेनल्टी और ब्याज सहित इसे चुकाना होगा।
चंडीगढ़, बलवान करिवाल। जिन लोगों ने प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं कराया उनकी मुश्किलें आज से बढ़ गई हैं। अब उन्हें यह टैक्स 25 प्रतिशत पेनल्टी और 12 प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज सहित इसे जमा कराना होगा। जब तक यह जमा नहीं कराएंगे तब तक ब्याज जुड़ता रहेगा।
नगर निगम ने 31 मई तक प्रापर्टी टैक्स जमा कराने में 20 प्रतिशत तक की छूट दी थी। इसमें रेजिडेंशियल कैटेगरी की प्रापर्टी का टैक्स जमा कराने के लिए 20 प्रतिशत और कामर्शियल कैटेगरी की प्रापर्टी का टैक्स जमा कराने के लिए 10 प्रतिशत की छूट दी गई थी।
बावजूद इसके, 40 हजार टैक्स दाताओं ने इस छूट का फायदा नहीं उठाया। अब इन 60 हजार टैक्स दाताओं को पेनल्टी और ब्याज सहित इसे चुकाना होगा। जब तक नहीं चुकाएंगे ब्याज लगता जाएगा।असेस्मेंट वर्ष 2023-24 के तहत नगर निगम ने 1.42 लाख टैक्स दाताओं को प्रापर्टी टैक्स के नोटिस जारी किए थे। इनमें से 80520 ने ही छूट की अंतिम तिथि तक इसे जमा कराया।
अब भी 61480 ने अपना टैक्स जमा नहीं कराया। इन टैक्स दाताओं पर अब नगर निगम सख्ती करेगा। अब यह पहली जून से टैक्स 25 प्रतिशत पेनल्टी और जितने दिन जमा कराने में देरी होगी उस पर 12 प्रतिशत ब्याज भी देना होगा।
42 करोड़ ही हुआ जमा
पंजाब यूनिवर्सिटी, यूटी प्रशासन और पीजीआइ जैसे संस्थानों ने छूट का फायदा उठाते हुए नगर निगम को अपना प्रापर्टी टैक्स जमा करा दिया है। यह संस्थान शहर के सबसे बड़े प्रापर्टी टैक्स दाता भी हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी ने एक करोड़, यूटी प्रशासन ने 1.38 करोड़ और पीजीआइ ने 0.88 करोड़ रुपये जमा कराए। नगर निगम ने असेस्मेंट वर्ष 2023-24 के लिए छूट अवधि के दौरान 42.47 करोड़ रुपये का प्रापर्टी टैक्स जुटाया है।
यह छूट अवधि बुधवार को समाप्त हो गई। अब शहर में कामर्शियल और रेजिडेंशियल दोनों केटेगरी की प्रापर्टी से यह टैक्स जुटाया है। यह 42.47 करोड़ रुपये 80520 प्रापर्टी मालिक टैक्स दाताओं से लिया गया है। इसमें 26.89 करोड़ रुपये 16185 कामर्शियल प्रापर्टी से और बाकी रेजिडेंशियल टैक्स दाताओं से 12.56 करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं। नगर निगम ने 1.07 करोड़ रुपये बुक एंट्री और 1.95 करोड़ रुपये गारबेज चार्ज के रूप में जुटाए हैं।
92 करोड़ प्रापर्टी टैक्स का लक्ष्य अभी दूर
इसके बाद भी 42.47 करोड़ रुपये ही टैक्स एकत्र हुआ। जबकि इस वित्त वर्ष में 92 करोड़ टैक्स जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी आधा भी हासिल यह नहीं हुआ है। हालांकि अब पेनल्टी के साथ जमा कराने का समय बाकी है। पिछले वर्ष नगर निगम ने 80 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा था। इसमें 68 करोड़ रुपये के टैक्स को ही जुटाया जा सका था।