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आगामी सत्र के लिए 586.28 करोड़ रुपये का बजट पास

पंजाब यूनिवर्सिटी में शनिवार को सीनेट बैठक में कुल 17 एजेंडों पर चर्चा हुई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 10:29 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 06:12 AM (IST)
आगामी सत्र के लिए 586.28 करोड़ रुपये का बजट पास
आगामी सत्र के लिए 586.28 करोड़ रुपये का बजट पास

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी में शनिवार को सीनेट बैठक में कुल 17 एजेंडों पर चर्चा हुई। बैठक में सबसे अहम मुद्दा आगामी सत्र का बजट, पीएचडी छात्रवृत्ति और नए कोर्सेज का रहा। इस दौरान आगामी वर्ष 2020-21 के लिए बोर्ड ऑफ फाइनेंस ने 586.28 करोड़ का बजट पास किया। वहीं करियर एडवांस स्कीम के तहत फैकल्टी मेंबर्स के प्रमोशन केसों को भी मंजूरी दे दी गई है। सीनेटर परवीन गोयल ने इस बात पर भी चर्चा की कि बजट की राशि को खर्च करने के लिए रणनीति बननी चाहिए क्योंकि पीयू की इनकम और एक्सपेंडिचर में बहुत अंतर आ रहा है। पीयू में जल्द ही लगभग दोगुने स्टूडेंट्स को पीएचडी स्कॉलरशिप मिलने के लिए भी सहमति बनी। पीएचडी एंट्रेंस टेस्ट का रिजल्ट आने के दो सप्ताह में स्कॉलरशिप की घोषणा की जानी चाहिए। जिन स्टूडेंट्स को पहले से ही स्कॉलरशिप मिल रही है, वह इसके लिए अप्लाई नहीं कर पाएंगे। पीएचडी स्कॉलरशिप हासिल करने के लिए सिर्फ पीयू कैंपस के स्टूडेंट्स ही इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। पीयू के किसी भी रिसर्च सेंटर या क्रिक इंस्टीट्यूट का कैंडिडेट स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई नहीं कर सकता। झूठे मेडिकल सर्टिफिकेट बनाकर छात्र परीक्षा से हैं रहें बच: राजेश गिल

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पूटा चेयरमेन प्रो. राजेश गिल ने कहा कि उनके पास आजकल कई ऐसे मामले आ रहे हैं, जिनमें बच्चे लेक्चर शॉर्टेज की वजह से पेपर नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे में उनकी अटेंडेंस शॉर्ट होती है और इससे बचने के लिए कई छात्र अस्पतालों और डॉक्टर्स से नकली मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाकर दे रहे हैं।

प्रो. राजेश गिल ने कहा कि उनके पास जो मेडिकल सर्टिफिकेट आए हैं जब उनकी जांच की गई तो पाया गया कि सेक्टर-16 अस्पताल में वह स्टूडेंट्स गए ही नहीं और जो उनके मेडिकल सर्टिफिकेट पर साइन होते हैं वह भी नकली होते हैं। प्रो. गिल ने वीसी से मांग की कि ऐसे स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई हो।

हरियाणा सरकार के प्रपोजल पर ध्यान दे पीयू प्रशासन: डॉ. गुरमीत सिंह सीनेटर डॉ. गुरमीत सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से पंचकूला के कॉलेजों को पीयू से मान्यता देने की मांग की जा रही है, इस ओर पीयू प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। बोर्ड ऑफ फाइनेंस के मुताबिक यूनिवर्सिटी को हॉस्टल्स से बहुत कम इनकम हो रही है। वहीं अन्य सीनेटर्स ने इस बात को खारिज किया। 50 करोड़ की ग्रांट 136 प्रपोजल पर होगी खर्च

सीनेटर अख्तर महमूद ने प्रपोजल रखा कि व्हीकल कम करने के लिए चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट विभाग और प्रशासन से बात करनी चाहिए। ताकि यूनिवर्सिटी में वाहनों की बढ़ रही समस्या को हल किया जा सके। इस संबंध में वीसी ने कहा कि यूनिवर्सिटी को रूसा के तहत 50 करोड़ की ग्रांट मिली थी, जो वे 136 प्रपोजल पर खर्च कर रहे हैं। इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को लाने से पहले जाने वहां के स्कील कोर्स पीयू में इंटरनेशनल छात्रों को ज्यादा से ज्यादा लाने के लिए डीपीएस रंधावा ने बैठक में सुझाव दिया कि पहले हमें इस बात का ज्ञान हासिल करना आवश्यक है कि वहां कौन से स्कील कोर्स को महत्ता दी जाती है। उसके बाद हम इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को यहां लाने के लिए काबिल बन सकेंगे।


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