चंडीगढ़ के इस बड़े अस्पताल में नौकरी से निकाले 50 नर्सिंग आफिसर, चरमराई व्यवस्था, इलाज के लिए भटक रहे मरीज
चंडीगढ़ के बड़े सरकारी अस्पताल में 50 नर्सिंग आफिसर को नौकरी से निकाल दिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने कांट्रैक्ट पर रखे गए इन 50 नर्सिंग आफिसरों को ड्यूटी पर आने से मना कर दिया गया था ।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ के बड़े सरकारी अस्पताल में 50 नर्सिंग आफिसर को नौकरी से निकाल दिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने कांट्रैक्ट पर रखे गए इन 50 नर्सिंग आफिसरों को ड्यूटी पर आने से मना कर दिया गया था। बता दें कि गवर्नमेंट मेडिकल एंड हास्पिटल सेक्टर-32 में जिन 50 नर्सिंग आफिसर को काम से निकाला गया है उन्हें जीएमसीएच-32 अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना की पहली लहर के दौरान कांट्रैक्ट पर रखा था।
ऐसे में अब अस्पताल में अन्य स्टाफ पर मरीजों का बोझ बढ़ गया है। नर्सिंग आफिसर को काम से निकालने के बाद शुक्रवार सुबह रेगुलर नर्सिंग आफिसर और अन्य स्टाफ से मरीजों का बोझ नहीं संभला और मरीजों के इलाज में दिक्कत सामने आने लगी। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने देर शाम इन कांट्रैक्ट नर्सिंग आफिसरों को दोबारा काम पर बुलाने का प्रयास किया, लेकिन यह सभी नर्सिंग आफिसर कांट्रैक्ट पर जिस आउटसोर्स कंपनी के जरिए रखे गए थे, उसके पास लिखित आदेश न होने के चलते इन नर्सिंग आफिसरों नहीं बुलाया गया।
क्योंकि कांट्रैक्टर बिना लिखित आदेश के इन नर्सिंग आफिसरों को वेतन कहां से देगा। ऐसे में जब अस्पताल प्रशासन ने इन कांट्रैक्ट नर्सिंग आफिसरों को खुद संपर्क कर बुलाने की कोशिश की तो उन्होंने लिखित आदेश देकर दोबारा नौकरी पर रखे जाने की मांग की और कहा जब तक लिखित आदेश नहीं आते हैं वह काम पर नहीं लौटेंगे।
बता दें कि जीएमसीएच-32 में 50 नर्सिंग आफिसरों की सेवाएं समाप्त करने की वजह से दूसरे दिन आज भी सर्जरी, इमरजेंसी से लेकर जांच सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं। नर्सिंग आफिसरों की कमी से मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। सीनियर डाक्टर और नर्सिंग आफिसरों को डबल शिफ्ट पर ड्यूटी बुलाया जा रहा है। इस मामले में नर्सिंग आफिसर्स एसोसिएशन का कहना है कि जीएमसीएच-32 में नर्सों के कई पद खाली पड़े हैं, जिनकी केंद्र की ओर से स्वीकृति नहीं मिल रही है। इस वजह से अन्य स्टाफ पर काम का बोझ बढ़ गया है।
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"अस्पताल में नए नर्सिंग आफिसर के पदों की भर्ती के लिए फाइल प्रशासन ने केंद्र सरकार को भेजी है इस पर अभी स्वीकृति नहीं मिली है। कोरोना महामारी के पहली लहर में कांट्रैक्ट पर रखे गए 50 नर्सिंग आफिसर का कांट्रैक्ट खत्म हो गया है। ऐसे में जब तक नया कांट्रैक्ट रिन्यू नहीं हो जाता तब तक उन्हें ड्यूटी पर रखना अस्पताल प्रशासन के कार्य क्षेत्र से बाहर है।
-प्रोफेसर जसविंदर कौर, डायरेक्टर प्रिंसिपल जीएमसीएच 32

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