शहर में लगे 450 मोबाइल टावर्स का कंपनी से हर माह चार्ज होगा शुल्क
काम लेने के लिए कंपनियों और ठेकेदारों को टेंडर शुल्क लगाने का प्रस्ताव पास कर दिया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नगर निगम की सदन की बैठक में मंगलवार को सरकारी काम लेने के लिए कंपनियों और ठेकेदारों को टेंडर शुल्क लगाने का प्रस्ताव पास कर दिया है। नगर निगम में हर साल छोटे और बड़े औसत एक हजार से ज्यादा टेंडर निकलते हैं। प्रस्ताव के अनुसार पांच से बीस लाख रुपये की लागत वाले काम के टेंडर की फीस एक हजार रुपये लगेगी जबकि 20 लाख से दो करोड़ रुपये के टेंडर आवेदन की फीस तीन हजार और इससे ऊपर के टेंडर की फीस पांच हजार रुपये चार्ज करने का प्रस्ताव तैयार किया है। इस समय सिर्फ हाउसिग बोर्ड में टेंडर फीस चार्ज की जाती है। कमिश्नर केके यादव ने बताया कि पांच लाख तक के टेंडर पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। शहर में इस समय लगे हैं 450 टावर
शहर में इस समय 450 मोबाइल टावर लगे हुए हैं। जिनमें से कई अवैध भी हैं। लेकिन नगर निगम ने यह प्रस्ताव भी पास कर दिया है कि अब कंपनियों से हर माह मोबाइल टावर लगाने की फीस भी चार्ज की जाएगी। नगर निगम ने रिहायशी इलाके में लगे मोबाइल टावर की फीस तीन हजार और कमर्शियल एरिया में लगे मोबाइल टावर की फीस पांच हजार रुपये तय की है। इससे भी नगर निगम की कमाई बढ़ेगी। इसके साथ ही नगर निगम ने ली जाने वाली रोड कट की फीस भी 50 प्रतिशत बढ़ाने का प्रस्ताव पास कर दिया है। एयरोबिक प्लांट्स में बनाई जाएगी खाद
नगर निगम ने बागवानी वेस्ट से खाद बनाने के लिए शहर के अलग अलग पार्को में 55 एयरोबिक प्लांट्स लगाने का प्रस्ताव पास कर दिया। जिस पर नगर निगम का दो करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। कमिश्नर केके यादव का कहना है कि सेक्टर-33 के टेरेस गार्डन और सेक्टर-34 के गार्डन में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह प्लांट लगाए गए थे जिसके परिणाम अच्छे मिले हैं। कमिश्नर का कहना है कि जो पहले खाद बनाने के लिए पिट्स (गड्ढे) खोदे जाते हैं, उससे खाद बनाने में मिथेन गैस भी पैदा होती है जोकि पर्यावरण के लिए ठीक नहीं है। कमिश्नर का कहना है कि बनाई जाने वाली खाद का प्रयोग पार्को में ही हो जाएगा। अगर ज्यादा खाद बनेगी तो इसे नगर निगम बेच भी सकता है। फायर कर्मचारियों को मिलेगा हर माह अलांउस
नगर निगम के फायर विग में काम करने वाले हर कर्मचारी को प्रति माह रिस्क एंड हार्डशिप अलाउंस मिलेगा। नगर निगम ने दमकल विभाग के 250 कर्मचारियों को यह अलाउंस देने का प्रस्ताव पास कर दिया है। प्रस्ताव के अनुसार हर कर्मचारी को 2700 और 3400 रुपये का हर माह रिस्क एंड हार्डशिप अलाउंस दिया जाएगा।नगर निगम के अनुसार फायर कर्मचारी को हमेशा ही जोखिम रहता है।