Move to Jagran APP

Corona से मिलकर लड़ेंगे देश के 425 रिसर्च स्कॉलर-साइंटिस्ट, PU के scholar ने बनाया खास ग्रुप

देश में कोरोना को परास्‍त करने के लिए रिसर्च स्‍कॉलर और साइंटिस्‍ट सामने आए हैं। देशभर के 425 रिसर्च स्‍कॉलर और साइंटिस्‍ट मिलकर इस वायरस से लड़ेंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 04 Apr 2020 12:28 PM (IST)Updated: Sat, 04 Apr 2020 12:43 PM (IST)
Corona से मिलकर लड़ेंगे देश के 425 रिसर्च स्कॉलर-साइंटिस्ट, PU के scholar ने बनाया खास ग्रुप
Corona से मिलकर लड़ेंगे देश के 425 रिसर्च स्कॉलर-साइंटिस्ट, PU के scholar ने बनाया खास ग्रुप

चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। काेरोना के बढ़ते प्रकाेप के बीच इसे मात देने के लिए रिसर्च और वैज्ञानिक तैयारी में जुट गए हैं। देशभर के 425 से अधिक रिसर्च स्कॉलर और साइंटिस्ट कोरोना से मिलकर लड़ने के लिए आगे आए हैं। इन रिसर्च स्कॉलर और साइंटिस्ट ने देश भर में कोरोना टेस्ट के लिए वॉलंटियर्स के रूप में अपनी सेवाएं देने का ऑफर दिया है। इसके लिए देशभर की यूनिवर्सिटी और साइंस रिसर्च इंस्टीट्यूट की लैब कोरोना टेस्ट के लिए खोलने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।

loksabha election banner

पंजाब यूनिवर्सिटी के माइक्रो बायोलॉजी डिपार्टमेंट के रिसर्च स्कॉलर ने बनाया ग्रुप

पंजाब यूनिवर्सिटी के माइक्रो बायोलॉजी डिपार्टमेंट के रिसर्च स्कॉलर नीरज पंत और फरवरी में ही चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी से लौटे रिसर्च स्कॉलर विजय ने महज डेढ़ दिन में ही देश भर के 425 रिसर्च स्कॉलर और साइंटिस्ट को अपने साथ जोड़ लिया है। देश भर के रिसर्च स्कॉलर के ग्रुप में माइक्रोबायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, बायो केमिस्ट्री, माइक्रोबाय टेक्नोलॉजी के जूनियर रिसर्च फेलो, सीनियर रिसर्च फेलो और साइंटिस्ट जुड़े हैं।

रिसर्च लैब में आरटी पीसीआर और एलिजा रीडर जैसे उपकरण टेस्टिंग के लिए मौजूद

इस ग्रुप को गूगल फोरम के जरिए तैयार करने वाले रिसर्च स्कॉलर नीरज पंत के अनुसार देश में इस समय सबसे बड़ी चुनौती कोविड-19 की टेस्टिंग है। देश भर की यूनिवर्सिटी और रिसर्च इंस्टीट्यूट्स की रिसर्च लैब में आरटी पीसीआर और एलिजा रीडर जैसे उपकरण टेस्टिंग के लिए मौजूद हैं। रिसर्च लैब का प्रयोग कोविड-19 के टेस्‍ट के लिए हो सकेगा। कोविड-19 की जो स्वदेशी किट आई है उसके जरिए रिसर्च लैब में मौजूद किसी भी आरटी पीसीआर में टेस्टिंग हो सकती है।

पंजाब यूनिवर्सिटी के स्लॉकर नीरज पंत और विजय।

पीयू ने प्रशासन को पहले भी दिया था ऑफर

पीयू ने पहले ही चंडीगढ़ प्रशासन को अपनी लैब का इस्तेमाल टेस्टिंग के लिए करने का ऑफर दिया है। पीयू के पास हाई सिक्योरिटी लेवल-2 लैब है। नीरज पंत और विजय के अनुसार देशभर के रिसर्च स्कॉलर एक वॉलिंटियर्स के रूप में टेस्टिंग के लिए सेवाएं देने को तैयार हैं। चंडीगढ़ और इसके आसपास के इलाकों में ही कई रिसर्च इंस्टीट्यूट हैं। पीयू के अलावा नाइपर, आइसर, इमटेक, सीएसआइओ जैसे रिसर्च इंस्टीट्यूट में लैब की सुविधाएं मौजूद है।

फ्री में अपनी सेवाएं देने को हैं तैयार

नीरज पंत के अनुसार देश की लगभग सभी बड़ी यूनिवर्सिटी तथा रिसर्च इंस्टीट्यूट की लैब में सरकार द्वारा दिए गए रियल टाइम पीसीआर पड़े हैं। अधिकतर लैब में यह पीसीआर बंद पड़े हैं। देश में जो कोविड-19 के टेस्ट के लिए एक हफ्ते में एक लाख किट तैयार हो रही है। एक किट से 100 सैंपल लिए जा सकते हैं।

रिसर्च स्कॉलर विजय का कहना है कि देश में संसाधन भी हैं और स्किल्ड मैनपावर भी। ऐसे में सरकार को सभी यूनिवर्सिटी और रिसर्च इंस्टीट्यूट की लैब को टेस्टिंग के लिए ओपन कर देना चाहिए। उनके फोरम में जुड़े रिसर्च स्कॉलर और साइंटिस्ट देश के हर बड़े शहर में मौजूद है। यह सभी देश के लिए फ्री में अपनी सेवा देने को तैयार है।

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

यह भी पढ़ें: पुलिसकर्मियों की अनूठी पहल, COVID-19 Bus से जगा रहे अलख, लोगों तक पहुंचा रहे मदद


यह भी पढ़ें: Corona Virus के खिलाफ जंग में नई मुश्किल, संकट की घड़ी में फेक कॉल की झड़ी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.