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एक महीने में शहर में निकला 39 हजार किलो कोरोना बायोमेडिकल वेस्ट

मई माह में 39 हजार किलो से ज्यादा का मेडिकल वेस्ट निकला है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 06:57 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jun 2020 06:12 AM (IST)
एक महीने में शहर में निकला 39 हजार किलो कोरोना बायोमेडिकल वेस्ट
एक महीने में शहर में निकला 39 हजार किलो कोरोना बायोमेडिकल वेस्ट

विशाल पाठक, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शहर में मई माह में 39,837 किलो तक कोरोना बायोमेडिकल वेस्ट निकला है। इतने बड़े स्तर पर बायोमेडिकल वेस्ट को डिस्पोज करना भी चिकित्सा संस्थानों के लिए बड़ी चुनौती है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) और सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक कोविड वेस्ट को रोजाना डिस्पोज करना जरूरी है। क्योंकि अगर डिस्पोज नहीं किया गया तो इससे कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। पीजीआइ में सबसे ज्यादा निकल रहा वेस्ट

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स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक शहर के सभी सरकारी अस्पतालों, क्वारंटाइन सेंटरो, नगर निगम, सिविल अस्पतालों और पीजीआइ जैसे चिकित्सा संस्थान रोजाना हजारों किलो तक कोरोना बायोमेडिकल वेस्ट निकाल रहे हैं। इन सबमें पीजीआइ चंडीगढ़ में सबसे ज्यादा वेस्ट निकल रहा है। पीजीआइ चंडीगढ़ में मई माह में 27,280 किलो तक वेस्ट निकला है। पीजीआइ के बाद शहर के दो सरकारी अस्पतालों में सबसे ज्यादा वेस्ट निकला। इनमें गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच-32) में 5,475 किलो और गवर्नमेंट मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल (जीएमएसएच-16) में 2,511 किलो तक वेस्ट निकला। सीपीसीसी ने हर हफ्ते की मांगी रिपोर्ट

चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (सीपीसीसी) ने शहर के हर सरकारी अस्पताल, सिविल अस्पताल, क्वारंटाइन सेंटर और पीजीआइ से कोरोना बायोमेडिकल वेस्ट पर हर हफ्ते की रिपोर्ट मांगी है। ताकि चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी को यह पता लग सके कि हर हफ्ते शहर में कोरोना बायोमेडिकल वेस्ट कितना निकल रहा है। इस बायोमेडिकल वेस्ट को नष्ट करने के लिए शहर के सभी चिकित्सा संस्थान व अन्य संस्थान क्या कदम उठा रहे हैं और इस बायोमेडिकल वेस्ट को एनजीटी की गाइडलाइंस की मुताबिक नष्ट किया जा रहा है या नहीं। वेस्ट को ऐसे करें डिस्पोज

चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी के सेक्रेटरी टीसी नौटियाल ने बताया कि चिकित्सा संस्थानों में या घरों में जो लोग रोजाना मास्क और गल्व्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे नष्ट यानी डिस्पोज करने से पहले 72 घंटे तक पेपर के बैग में रखना जरूरी है। इसके बाद मास्क और गल्व्स को डिस्पोज किया जाना चाहिए। यहां तक कि मास्क और गल्व्स को डिस्पोज यानी नष्ट करने से पहले उसे काट देना चाहिए। ताकि वह किसी के भी इस्तेमाल में न रह सके। किस चिकित्सा संस्थान में निकल रहा कितना वेस्ट

संस्थान बायोमेडिकल वेस्ट

पीजीआइ चंडीगढ़ 27,280 किलो

जीएमसीएच-32 5,475 किलो

जीएमएसएच-16 2,511 किलो

नगर निगम 1,051 किलो

सेक्टर-22 सूद धर्मशाला 814.8 किलो

सेक्टर-24 होटल पार्क व्यू 599.5 किलो

सेक्टर-46 धनवंतरी हॉस्पिटल 430.5 किलो

सेक्टर-22 सिविल अस्पताल 388.8 किलो

पीजीआइ इन्फोसिस सराय 382 किलो

गवर्नमेंट मेडिकल स्कूल (पीजीआइ) 336 किलो

सिविल अस्पताल सेक्टर-45 337.2 किलो

सेक्टर-18 पंचायत भवन 27 किलो

सेक्टर-11 एसआरएल लैबोरेट्री 8.5 किलो

सिविल अस्पताल मनीमाजरा 135.9 किलो

बापूधाम सरकारी अस्पताल 44 किलो

वाल्मीकि धर्मशाला, बापूधाम कॉलोनी 13.9 किलो

सेक्टर-26 सिविल डिस्पेंसरी 2 किलो


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