34 की उम्र में कर चुके हैं 69 बार रक्तदान
मानवता की सेवा करने के जज्बे में उम्र मायने नहीं रखती है। इस बात को चरितार्थ करते हैं शहर के रजनीश गुप्ता।
संवाद सहयोगी, कुराली : मानवता की सेवा करने के जज्बे में उम्र मायने नहीं रखती है। इस बात को चरितार्थ करते हैं शहर के रजनीश गुप्ता। रजनीश पिछले 16 वर्षों से रक्तदान कर रहे हैं और मात्र 34 वर्ष की आयु में ही अब तक 69 बार ब्लड डोनेट कर कई जिंदगियों को बचाने का जरिया साबित हो रहे हैं।
शहर के 34 वर्षीय रजनीश गुप्ता के अनुसार उन्होंने 2004 में दोस्त के साथ विचार कर पहली बार रक्तदान कैंप में ब्लड डोनेट किया था। इसके बाद रजनीश ने रेगुलर ब्लड डोनेट करने का मन वहीं से बना लिया। उन्होंने बताया कि वह कुराली और रोपड़ सहित आसपास के एरिया में विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित किए जाने वाले रक्तदान शिविरों में ब्लड डोनेट तो करते ही हैं साथ ही उन्होंने अपना मोबाइल नंबर पीजीआइ चंडीगढ़ और रोटरी क्लब सेक्टर-37 चंडीगढ़ में भी दर्ज करवाया हुआ है और वहां के भी वह रेगुलर डोनर है। एसडीएम द्वारा किया गया सम्मानित
रजनीश के अनुसार उन्होंने बीते शनिवार को इंसानियत संस्था कुराली द्वारा काउंसिल इंप्लाइज यूनियन के सहयोग से कम्युनिटी सेंटर में लगाए गए ब्लड डोनेशन कैंप में 69वीं बार रक्तदान किया। संस्था के प्रधान राजिदर सिंह एवं काउंसिल के एसओ रविदर शर्मा की अगुआई में फतेगढ़ साहिब के एसडीएम संजीव कुमार ने उन्हें विशेष तौर पर सम्मानित कर किया। उन्होंने बताया कि उनकी मोटिवेशन पर उनके कई दोस्त भी अब रेगुलर ब्लड डोनर बन इस महादान के कुंभ में अपना योगदान दे रहे हैं। यूनिवर्सल ग्रुप होने का बड़ा फायदा
रजनीश ने बताया कि उनका ब्लड ग्रुप श्र+ है जो यूनिवर्सल ग्रुप है और वह किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को ब्लड डोनेट कर सकते हैं। किसी अनजान व्यक्ति के लिए मानवता के तौर पर किए गए रक्तदान से उसकी अनमोल जिंदगी को बचाया जा सकता है और इस सुखद एहसास की अनुभूति को शब्दों के माध्यम से बयां नहीं किया। रजनीश का कहना है कि उनके लिए रक्तदान करने के लिए कोई टारगेट नहीं है बल्कि जब तक वो खुद को स्वस्थ महसूस करते रहेंगे तब तक रक्तदान करते रहेंगे।