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चंडीगढ़ में 2706 गवर्नमेंट आफिस हैं प्रापर्टी टैक्स के डिफाल्टर, 82 लाख रुपये पेंडिंग

नगर निगम के टैक्स ब्रांच की ओर से इन 2706 गवर्नमेंट आफिस को नोटिस भेजकर प्रापर्टी टैक्स जमा कराने के लिए कहा गया है। इनकम टैक्स सीबीआइ चंडीगढ़ एडमिनिस्ट्रेशन और आइटीबीपी जैसे शहर में कई ऐसे गवर्नमेंट आफिस हैं। जिन्होंने अपना प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं कराया है।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 09:10 AM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 09:10 AM (IST)
चंडीगढ़ में 2706 गवर्नमेंट आफिस हैं प्रापर्टी टैक्स के डिफाल्टर, 82 लाख रुपये पेंडिंग
नगर निगम को 82.07 लाख रुपये रेवेन्यू के तौर पर टैक्स आना है।

चंडीगढ़ [विशाल पाठक]। इनकम टैक्स, सीबीआइ, चंडीगढ़ एडमिनिस्ट्रेशन और आइटीबीपी जैसे शहर में कई ऐसे गवर्नमेंट आफिस हैं। जिन्होंने अपना प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं कराया है। शहर में ऐसे 2,706 गवर्नमेंट आफिस हैं। जिनसे प्रापर्टी टैक्स के तौर पर नगर निगम को 82.07 लाख रुपये रेवेन्यू के तौर पर टैक्स आना है। लेकिन अब तक इन गवर्नमेंट आफिस ने अपना प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं कराया है। ऐसे में नगर निगम के टैक्स ब्रांच की ओर से इन 2,706 गवर्नमेंट आफिस को नोटिस भेजकर प्रापर्टी टैक्स जमा कराने के लिए कहा गया है।

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कई ऐसे गवर्नमेंट आफिस जिन्हें पहली बार भेजा गया नोटिस

नगर निगम के टैक्स ब्रांच से मिली जानकारी के अनुसार इन 2,706 गवर्नमेंट आफिस में से एेसे सरकारी विभाग भी हैं, जिन्हें पहली बार प्रापर्टी टैक्स जमा न कराने पर नोटिस भेजा गया है। इनमें चंडीगढ़ प्रशासन, पंजाब और हरियाणा सरकार, सेंट्रल गवर्नमेंट, डीफेंस, बीएसएनएल, सीबीआइ, पर्यावरण मंत्रालय, वन विभाग और कई अन्य सरकारी विभाग हैं, जिन्हें नोटिस भेजा गया है। ताकि वह समय पर अपना प्रापर्टी टैक्स जमा करा पेनेल्टी और रिबेट ले सकें।

इनकम टैक्स के दफ्तर को भेजा गया है 26 लाख का नोटिस

नगर निगम के रिकार्ड के मुताबिक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अपना प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं कराया है। नगर निगम ने इनकम टैक्स को 26 लाख रुपये का प्रापर्टी टैक्स का नोटिस भेजा है। 31 अक्टूबर तक इनकम टैक्स को अपना पेंडिंग प्रापर्टी टैक्स जमा कराने के लिए कहा गया है। अगर इनकम टैक्स समय पर अपना प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं कराता है, इस पर पेनेल्टी प्रोसिडिंग शुरू की जाएगी।

7.90 करोड़ प्रापर्टी टैक्स है बकाया

नगर निगम के टैक्स ब्रांच ने पूरे शहर की प्रापर्टी टैक्स की असेसमेंट की है। असेसमेंट रिपोर्ट के मुताबिक शहर में इस समय 83,390 रेजिडेंशियल प्रापर्टी हैं। इनमें से 8,455 लोगों ने अपना प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं कराया है। इन 8,455 लोगों का कुल 7.90 करोड़ रुपये प्रापर्टी टैक्स बकाया पड़ा है।


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