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25 प्रतिशत कर्मचारी नहीं आते ड्यूटी पर, कैसे होगी शहर की सफाई

25 प्रतिशत कर्मचारी ड्यूटी से गैरहाजिर रहते हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Jun 2019 10:39 PM (IST)Updated: Mon, 10 Jun 2019 10:39 PM (IST)
25 प्रतिशत कर्मचारी नहीं आते ड्यूटी पर, कैसे होगी शहर की सफाई
25 प्रतिशत कर्मचारी नहीं आते ड्यूटी पर, कैसे होगी शहर की सफाई

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर की सफाई व्यवस्था पिछड़ने का एक बड़ा कारण यह है कि 25 प्रतिशत कर्मचारी ड्यूटी से गैरहाजिर रहते हैं। ड्यूटी पर न आने के बावजूद वे हर माह वेतन भी ले रहे हैं। एमसी कमिश्नर केके यादव ने खुद माना है कि 25 प्रतिशत कर्मचारी सफाई के लिए नहीं आते हैं। ऐसे में अब कमिश्नर ने यह आदेश जारी कर दिया है कि जो ठेके पर सफाई कर्मचारी हैं और वह ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं, उन्हें नौकरी से बाहर निकाल दिया जाए और जो पक्के कर्मचारी हैं, उन पर जुर्माना लगाकर कार्रवाई की जाए। कमिश्नर के अनुसार जो यूनियन के पदाधिकारी और सदस्य हैं, उनमें भी कई काम नहीं करते हैं। आदेश सभी पर लागू होंगे, चाहे वह यूनियन का कितना भी बड़ा पदाधिकारी क्यों न हो। आदेश के बाद सभी सफाई कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। नगर निगम के पास इस समय 2400 कर्मचारी हैं, जिनमें से 900 सफाई कर्मचारी स्थायी हैं। लायंस कंपनी के 600 कर्मी करते हैं काम

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कमिश्नर ने आदेश दिए हैं कि जो भी सफाई कर्मचारी इधर-उधर किसी सरकारी अधिकारी या वीआइपी के घर पर अवैध तरीके से लगे हुए हैं, उन्हें भी बाहर निकाला जाए। शहर की सफाई व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता। इस साल के स्वच्छता सर्वेक्षण में चंडीगढ़ तीसरे स्थान से गिरकर 20वें नंबर पर पहुंच गया है। दक्षिणी सेक्टरों की सफाई की जिम्मेदारी लायंस कंपनी के जिम्मे है। कमिश्नर ने वहां पर भी कंपनी गैरहाजिर रहने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के लिए कहा है। लांयस कंपनी के 600 कर्मचारी शहर में काम कर रहे हैं। हाल ही में हुए हैं तबादले

हाल ही में कमिश्नर ने सभी सेनिटेशन इंस्पेक्टरों के तबादले किए हैं। कमिश्नर के अनुसार एक वह थर्ड पार्टी टीम का भी गठन करेंगे, जोकि समय-समय पर सफाई कर्मचारी और इंस्पेक्टरों पर नजर रखेगी। अगर इंस्पेक्टर अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभाएंगे तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।

एक ही परिवार के कई सदस्य है तैनात

नगर निगम के पास जांच के बाद एक ऐसा रिकॉर्ड भी आया है, जिसमें एक ही परिवार के चार से छह सदस्य ठेके पर तैनात हैं। ऐसे कई परिवार हैं जिनके आगे रिश्तेदार काम पर लगे हुए हैं। जिनके से सिर्फ एक ही सदस्य काम पर आता है जबकि वेतन सभी को मिल रहा है। कमिश्नर को मिला मेयर का साथ

मेयर राजेश कालिया हमेशा ही सफाई कर्मचारियों का समर्थन करते रहते हैं लेकिन इस काम पर मेयर कमिश्नर को पूरा समर्थन दे रहे हैं। मेयर राजेश कालिया का कहना है कि शहर की सफाई व्यवस्था को दांव पर नहीं लगाया जा सकता। हर कर्मचारी को झाडू़ उठाकर काम करना होगा चाहे वह बड़ा कर्मचारी नेता ही क्यों न हो। खुद देखें कौन कर्मचारी तैनात हैं आपकी गली में

नगर निगम बहुत जल्द शहर के सभी सफाई कर्मचारियों की सूची उनके मोबाइल नंबर और फोटो वेबसाइट पर अपलोड करने जा रहा है। ऐसा करने पर हर कोई निवासी यह देख पाएगा कि कौन सा कर्मचारी उनके गली और एरिया में तैनात है। न आने की सूरत में वह निवासी कर्मचारी की शिकायत कर पाएगा। नगर निगम के अनुसार इस समय सफाई कर्मचारी की सुबह और शाम ड्यूटी की दो शिफ्ट है। अपने एरिया में नहीं किया जाएगा तैनात

नगर निगम के अनुसार इस समय यह भी हाल है कि जिस जगह पर सफाई कर्मचारी रहता है, उसने आसपास का एरिया ही सफाई के लिए लिया हुआ है जबकि ऐसा नहीं किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार ऐसे कर्मचारियों का दूसरे एरिया में तबादला किया जाएगा।

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