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चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खुला कार्गो सेंटर, अब खूब पनपेगा रीजन का फार्मा व होर्टिकल्चर सेक्टर, जानें खासियत

चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नया कार्गो 10 हजार स्क्वेयर मीटर का होगा। इसमें 420 स्क्वेयर एरिया में कोल्ड स्टोर बनाए गए हैं जोकि खासतौर पर फार्मा सेक्टर के जरूरतों के हिसाब से बनाए गए हैं। इसमें तीन 20-20 स्क्वेयरमीटर के तीन रूम हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 12:40 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 12:40 PM (IST)
चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खुला कार्गो सेंटर, अब खूब पनपेगा रीजन का फार्मा व होर्टिकल्चर सेक्टर, जानें खासियत
चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कार्गो सेंटर एक नवंबर से शुरू होगा।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पहली नवंबर से चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कार्गो सेंटर शुरू हो रहा है। इस कार्गो सेंटर को शुरू करने के लिए शहर के व्यवसायी काफी लंबे समय से मांग कर रहे थे। इसके अलावा विमान कंपनियां में इसके निर्माण को लेकर खासी उत्साहित हैं। कार्गो सेंटर खुलने से पूरे रीजन को फायदा होगा। खासकर चंडीगढ़, मोहाली, पंचकूला, डेराबस्सी और हिमाचल के बद्दी और बरोटीवाला एरिया में तो फार्मा सेक्टर की कई बड़ी कंपनियां स्थित हैं। ऐसे में दवाइयों व अन्य मेडिकल एक्युपमेंट्स को देश के अन्य हिस्सों तक तुरंत पहुंचाने के लिए चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट की अहम भूमिका हो सकती है।  

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चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नया कार्गो 10 हजार स्क्वेयर मीटर का होगा। इसमें 420 स्क्वेयर एरिया में कोल्ड स्टोर बनाए गए हैं, जोकि खासतौर पर फार्मा सेक्टर के जरूरतों के हिसाब से बनाए गए हैं। इसमें तीन 20-20  स्क्वेयरमीटर के तीन रूम हैं। इनमें माइनस पांच से 10 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान रखा जा सकता है। इसमें फार्मा सेक्टर से जुड़ी दवाइयां रखी जाएंगी। इसमें 240 स्कवेयर मीटर का सेंटर हॉल बनाया गया है। इस हॉल का तापमान 18 से 22 डिग्री सेल्सियस रहेगा, इसमें इलेक्ट्रॉनिक व मेडिकल एक्युपमेंट्स को रखा जा सकता है। 120 मीटर के स्क्वेयर मीटर का एक हॉल बनाया गया है। इसका तापमान 10 से 22 डिग्री तक रहेगा। इसमें फल, सब्जियां व दूध से बने अन्य खाद्य पदार्थ रखे जाएंगे।

कार्गो सुविधा से व्यवसाय होगा चौगुना

व्यापार मंडल के महासचिव संजीव चड्डा ने बताया कि कार्गों सेंटर बनने से पूरे रीजन को फायदा होगा। इससे बागवान, फार्मा, ट्रैक्टर उद्योग व अन्य उद्योग नई ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे। इससे हिमाचल प्रदेश के सेब, मशरूम, येलो और रेड चिली, ब्रोकली कुछ ही घंटों में देश -दुनिया के अन्य हिस्सों में पहुंचाई जा सकेगी। इसके अलावा फार्मा सेक्टर व ट्रैक्टर उद्योग को भी पंख लगेंगे। कनेक्टिविटी बढ़ने से नए व्यवसाय भी पनेंगे।


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