पंजाब के बागी मंत्री करते रहे इंतजार, सीएम कैप्टन अमरिंदर मंत्री ने अभी नहीं दिया मिलने का समय
Conflict in Punjab Congress पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज उनके कैबिनेट के मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और सुखजिंदर रंधावा ने उनसे मिलने का समय मांगा था। वह आज सीएम से समय मिलने का इंतजार करते रहे लेकिन अभी तक उनको समय नहीं मिला है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर अविश्वास जताने वाले कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और सुखजिंदर सिंह रंधावा को इंतजार है कि मुख्यमंत्री उन्हें कब मिलने के लिए समय देते हैं। दोनों ही मंत्री बटाला को जिला बनाने को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं, लेकिन सीएम ने अभी तक इन्हें समय नहीं दिया है। वहीं, सोमवार को सबकी नजरें मुख्यमंत्री कार्यालय पर लगी हुई थी कि क्या मुख्यमंत्री दोनों ही मंत्रियों को मिलने के लिए समय देते हैं या नहीं।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अगर मुख्यमंत्री दोनों ही मंत्रियों को मिलने के लिए बुलाते हैं तो उससे कई नए राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। क्योंकि, चार कैबिनेट मंत्रियों बाजवा, रंधावा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया और चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर अविश्वास प्रकट किया था। यह चारों ही मंत्री कैप्टन खेमे से टूट कर नवजोत सिंह सिद्धू के साथ जुड़े हुए हैं। वहीं, चारों ही मंत्री मुख्यमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रकट करके अपना अंतिम राजनीतिक ब्रह्मास्त्र चला चुके हैं, लेकिन इस पर पार्टी हाईकमान ने भी कोई खास संज्ञान नहीं लिया।
पार्टी के सूत्र बताते हैं कि बाजवा और रंधावा इसलिए भी बटाला को जिला बनाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं ताकि वह प्रताप सिंह बाजवा के हाथों से मुद्दा छीन सकें। क्योंकि प्रताप सिंह बाजवा मुख्यमंत्री पर बटाला को जिला बनाने को लेकर दबाव बना रहे हैं। कांग्रेस के अंतर्कलह के बीच प्रताप सिंह बाजवा मुख्यमंत्री के काफी करीब आ गए हैं। बाजवा बटाला से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
इसी सीट पर तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा की भी नजरें हैं। ऐसे में अगर मुख्यमंत्री बटाला को जिला बनाने का फैसला लेते हैं और इसका श्रेय प्रताप सिंह बाजवा को जाता है तो तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा की दावेदारी कमजोर हो जाएगी। यही कारण है कि दोनों ही मंत्री जल्द से जल्द मुख्यमंत्री से मिल कर बटाला को जिला बनाने की मांग उठाना चाहते हैं।