Move to Jagran APP

Man Kaur Passed Away: जिस उम्र में लोग बिस्तर पर होते हैं, उस उम्र में मान कौर ने जीते कई मेडल, जानें उनकी लंबी उम्र का राज

Master Athlete Man Kaur Passed Away 105 साल की उम्र में भी तिरंगे की शान बढ़ाने वाली इंटरनेशनल मास्टर एथलीट मान कौर अब हमारे बीच नहीं रहीं। उनका शनिवार को निधन हो गया। मान कौर फिटनेस का हर कोई मुरीद था।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Sat, 31 Jul 2021 03:31 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jul 2021 03:31 PM (IST)
Man Kaur Passed Away: जिस उम्र में लोग बिस्तर पर होते हैं, उस उम्र में मान कौर ने जीते कई मेडल, जानें उनकी लंबी उम्र का राज
मास्टर एथलीट मान कौर ने देश के लिए कई मेडल जीते हैं। (फाइल फोटो)

विकास शर्मा, चंडीगढ़। Master Athlete Man Kaur Passed Away: 105 साल की उम्र में भी तिरंगे की शान बढ़ाने वाली इंटरनेशनल मास्टर एथलीट मान कौर अब हमारे बीच नहीं रहीं। उनका शनिवार को निधन हो गया। मान कौर फिटनेस का हर कोई मुरीद था।

loksabha election banner

आजकल बिजी शेड्यूल में खुश कैसे रहें इसके हजारों तरीके गुगल और यूट्यूब पर बताए गए हैं। हैरानी की बात तो यह है कि लोग इनको देखते भी हैं और इन पर अमल भी करते हैं। बावजूद इसके 20 की उम्र में 40 के लगते हैं। मास्टर एथलीट मान कौर ऐसी शख्सियत थी, जिन्होंने 105 साल लंबा जीवन जिया और मरते दम तक वह मुस्कारती दिखीं। मान कौर बताती थी कि उनका जीवन बेहद मुश्किलों भरा रहा, गरीबी और कई मुसीबतें  जीवन में आई, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने दिमाग पर बोझ डाला। खुशी आई या गम आया हमेशा वाहे गुरु का शुक्रिया अदा किया।  

हर हाल में रहें सकारात्मक

जिस उम्र में अधिकतर लोग बीमारियों से ग्रस्त होकर चारपाई पर लेटे होते हैं, उस उम्र में मान कौर ने दौड़ना शुरू कर दिया और देश ही नहीं विदेशों में भी मेडल जीतने में लगी थी। उन्होंने बतौर मास्टर एथलीट अपना करियर 93 साल की उम्र में शुरू किया था। कई मौकों पर मान कौर खुद बताती थी कि उनकी उम्र बढ़ी है लेकिन वह हमेशा खुद जवान महसूस करती हैं। वह अच्छी डाइट लेती हैं, वह रोज दौड़ती हैं।  समय से उठती -बैठती हैं। उनका परिवार भी बच्चों की तरह ध्यान रखता है। वह हमेशा सकारात्मक रहती हैं। मान कौर कहती थी कि लोग उनके बारे में कुछ भी कहें  लेकिन जब तक मेरी सांस चलती रहेगी,तब मैं दौड़ती रहुंगी। लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना ही मेरे जीवन का मकसद है। यकीनन मान कौर के शब्द सच्चे थे।

सिखी का पालन कर ही आएगी खुशहाली

पंजाब में बढ़ते नशे पर मान कौर बताती थी कि लोग सिखी का पालन करने वाले अपने गुरुओं की कुर्बानी को भूल गए। इसलिए यह हालात बने हुए हैं। जब युवा और परिजन इस सिखी के मायने और अपने गुरूओं के बलिदान को समझेंगे, तो यकीन यह कौम और समाज आगे बढ़ेगा। देश व पंजाब में खुशहाली आएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.