टैंलेंटेड खिलाड़ियों का खर्च उठाएगा चंडीगढ़ का यह स्कूल, आठ एकड़ जमीन पर बनाई जाएगी स्पोर्ट्स एकेडमी
खेल और खिलाड़ियों को प्रमोट करने के लिए चंडीगढ़ के एक स्कूल ने पहल की है। स्कूल की और से प्रतिभावान खिलाड़ियों का पूरा खर्च उठाया जाएगा। वहीं इसके लिए एक एकड़ जमीन पर स्पोर्ट्स एकेडमी का भी निर्माण किया जाएगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। कई खिलाड़ी अपनी आर्थिक स्थिति की वजह से खेलों में आगे नहीं आ पाते। अगर कोई ऐसा खिलाड़ी आगे आता है तो स्पॉन्सरशिप को लेकर परेशानियां खड़ी होती है। लेकिन अब ऐसे खिलाड़ियों को परेशानियों से डरने की जरूरत नहीं होगी और अपना ध्यान सिर्फ खेल पर केंद्रित करना होगा। जो आर्थिक रूप से कमजोर खिलाड़ी खेल में बेहतर होगा, उसे ब्रिटिश स्कूल आगे आने का मौका देगा। साथ ही ब्रिटिश स्कूल उस खिलाड़ी का पढ़ाई से लेकर खेल तक का पूरा खर्चा उठाएगा। ये सब केवल उसी खिलाड़ी को मिलेगा, जो खेल में बेहतर होगा।
वीरवार को ब्रिटिश स्कूल सेक्टर-44 के निदेशक रंजन सेठी ने खिलाड़ियों के लिए अपने आगामी प्लान के बारे में बताया। रंजन ने बताया कि इसके लिए स्पोर्टिंग द टैलेंट स्कीम का आगाज किया है जिसे स्कूल के बैनर तले ही शुरू किया गया है। वहीं, आने वाले समय में ब्रिटिश स्कूल आठ एकड़ में ब्रिटिश स्पोर्ट्स अकादमी बनाएगा, जहां पर हर खेल के खिलाड़ियों को आगे आने के लिए मंच दिया जाएगा।
अप्रैल में शुरू होगा 70 खेलों से 35 खिलाड़ी चुनने का कार्य
शहर के इतिहास में पहली बार 70 खेलों से 35 महिला खिलाड़ियों को कोई स्पॉन्सर करेगा। उनके खेलने के साथ साथ उनके पढ़ाई का खर्च भी उठाएगा। रंजन ने कहा कि वे इन सभी खिलाड़ियों को एडॉप्ट कर खेलों को बढ़ावा देने का प्रयास करने जा रहे हैं। स्पोर्टिंग द टैलेंट स्कीम के तहत इन बच्चों को स्कूल लेवल से लेकर यूनिवर्सिटी लेवल तक सपोर्ट किया जाएगा। रंजन ने कहा कि हम इन सभी 70 महिला खिलाड़ियों का खर्च खुद करेंगे। फिर वो चाहे खेलने का हो या फिर पढ़ने का या फिर बच्चों को स्कूल में भर्ती करवाने का। हम तब तक उनके साथ खड़े रहेंगे जब तक वे कमाने के काबिल न बन जाएं। सभी खिलाड़ियों को टेक्नीकल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। हम इसके जरिए एक प्लेटफॉर्म तैयार करेंगे, जो महिला खिलाड़ियों को आगे आने का मौका देगा।
चंडीगढ़ की 35 एसोसिएशन से 70 खिलाड़ी होंगे एडॉप्ट
चंडीगढ़ की 35 एसोसिएशनों से इन 70 खिलाड़ियों को एडॉप्ट किया जाएगा। इनका पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा और उनके प्रदर्शन का भी पूरा आकलन किया जाएगा। उसके अलावा एसोसिएशन की तरफ से भेजे गए खिलाड़ी को अंतिम रूप से परखने का काम कोर कमेटी करेगी।
जिस स्कूल में चाहे पढ़ सकेंगे बच्चे
रंजन से एक सवाल किया गया कि बच्चों को किस स्कूलों में फ्री में शिक्षा दी जाएगा तो उन्होंने कहा कि ब्रिटिश स्कूल में इन बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जाएगी। उसके अलावा जो भी बच्चा चंडीगढ़ के जिस स्कूल में भी पढ़ना चाहे, वो पढ़ सकता है इसका पूरा खर्चा ब्रिटिश स्कूल उठाएगा। सेठी ने कहा कि वो चाहते हैं कि चंडीगढ़ इंडियन स्पोर्ट्स के शीर्ष पर हो।