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चंडीगढ़ कोठी प्रकरणः पूर्व पत्रकार संजीव महाजन, प्रॉपर्टी डीलर मनीष और सतपाल को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा

चंडीगढ़ में कोठी मालिक को बीमार बता फर्जी दस्तावेज के दम पर उसकी कोठी बेचने के मामले में पूर्व पत्रकार संजीव महाजन और प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता को पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस दोनों आरोपितों का दोबारा रिमांड की मांग करेगी।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 10:55 AM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 04:49 PM (IST)
चंडीगढ़ कोठी प्रकरणः पूर्व पत्रकार संजीव महाजन, प्रॉपर्टी डीलर मनीष और सतपाल को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा
जिला अदालत में पेशी के लिए पूर्व पत्रकार संजीव महाजन को ले जाते चंडीगढ़ पुलिस के जवान।

चंडीगढ़, जेएनएन। सेक्टर-37ए स्थित कोठी मालिक को बीमार बताकर जबरन आश्रम में रखने के बाद कब्जाकर फर्जी दस्तावेज के दम पर बेचने के मामले में पूर्व पत्रकार संजीव महाजन और प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता और डीएसपी रामगोपाल के भाई सतपाल डागर को जिला अदालत में पेश किया। अदालत ने तीनों आरोपितों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा दिया है। बता दें कि डीएसपी रामगोपाल का भाई सतपाल डागर को चंडीगढ़ पुलिस ने वीरवार को गिरफ्तार किया था। 

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बी-फार्मा कंपनी इंडस्विफ्ट के डायरेक्टर से होगी पूछताछ

पूर्व पत्रकार संजीव महाजन के तार पांच करोड़ के इंडस्विफ्ट कंपनी के वैट घोटाले से जुड़ गए हैं। इंडस्विफ्ट कंपनी के डायरेक्टर की गिरफ्तारी के बाद मामले को ट्रांसफर करवाकर सेटलमेंट करवाने के एवज में संजीव महाजन ने अपनी पत्नी को कर्मचारी दर्ज करवाया लिया। उसके बाद से कंपनी की तरफ से हर महीने सैलरी के तौर पर उसकी पत्नी के अकाउंट में डेढ़ लाख रूपये महीना आने लगा। सेक्टर-31 थाना पुलिस ने कंपनी के डॉयरेक्टर एनआर मुंजाल को समन कर पूछताछ के लिए बुलाया है, जिससे मामले में कई तथ्यों पर पूछताछ होगी।

2017 में कोठी की डील के बाद तेजी से बढ़ी संजीव महाजन की प्रॉपर्टी

सेक्टर-31 थाना पुलिस के हाथ पूर्व पत्रकार संजीव महाजन के खिलाफ अहम सुराग लगने लगे है। पुलिस की जांच में सेक्टर-37 स्थित कोठी नंबर-340 की खरीद-फरोख्त होने के बाद उसकी संपत्ति में तेजी से बढ़ोत्तरी सामने आ रही है। इन सभी पर पुलिस की जांच शुरू हो चुकी है....

2017 में सेक्टर-37 स्थित कोठी बैंक ऑक्शन में 75 लाख की खरीदी (कीमत और पेमेंट की जांच)

2017 में इंडेवर गाड़ी खरीदी (पेमेंट की जांच)

2019 में अटावा स्थित 24 कमरे का कशिश कांप्लेक्स अपनी पत्नी के नाम पर खरीदा। (पेमेंट की जांच)

2019-20 में कैंबवाला स्थित 42 मरले का प्लॉट एक दोस्त के साथ मिलकर बनाया। (मामला विवादित)

सनी इंक्लेव में साले की 10 मरले की कोठी में संजीव महाजन के इंवेस्टमेंट की जांच।

पंजाब के तोंगा में जीजा की मैट्रेस के बिजनेस में संजीव महाजन के इंवेस्टमेंट की जांच।

चंडीगढ़ के एक सेक्टर में कोठी सहित दो विवादित प्रॉपर्टी पर पुलिस की जांच जारी।

एसआइटी की रिपोर्ट और एफआइआर डीएसपी और पूर्व एसएचओ का नाम, क्या विभाग मेहरबान?

मामले में आरोपित शराब कारोबारी अरविंद सिंगला ने एसआइटी की जांच में शामिल होकर तत्कालीन डीएसपी सेंट्रल रामगोपाल के ऑफिस में मीटिंग होने और उनके भरोसे पर कोठी खरीदने का बयान दर्ज करवाया है। डीएसपी का भाई प्रॉपर्टी डीलर मामले में आरोपित भी है। वहीं, शिकायतकर्ता तत्कालीन सेक्टर-39 थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजदीप सिंह के खिलाफ शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा चुका है। दोनों का एसआइटी की जांच रिपोर्ट और एफआइआर में नाम होने के बावजूद पुलिस विभाग ने अब तक कोई एक्शन नहीं लिया है।


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