पंजाब सरकार के खिलाफ पीयू कैंपस में शिक्षकों का हल्ला बोल
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में वीरवार पंजाब सरकार के खिलाफ सैंकड़ों कॉलेज और यूनिवर्सिटी प्रोफेसर ने जमकर नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में वीरवार पंजाब सरकार के खिलाफ सैंकड़ों कॉलेज और यूनिवर्सिटी प्रोफेसर ने जमकर नारेबाजी की। पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन(पुटा) और पंजाब फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स आर्गेनाइजेशन(पीपैक्टो) ने पंजाब सरकार के असिस्टेंट प्रोफेसर ग्रेड पे को यूजीसी से डीलिक करने और सातवां वेतनमान जारी नहीं किए जाने को लेकर महारैली की। पीयू कैंपस में पहली बार शिक्षकों की रैली में खूब भीड़ उमड़ी। 800 के करीब शिक्षकों ने रैली में हिस्सा लिया और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रैली में चंडीगढ़, मोहाली के साथ ही पंजाब की सभी राज्य यूनिवर्सिटी जीएनडीयू अमृतसर, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला और एफिलिएटेड कॉलेजों के प्रोफेसर रैली में पहुंचे। पुटा प्रेसिडेंट डॉ.मृत्युंजय कुमार ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह सरकार ने 2004 में पेंशन स्कीम को बंद किया अब ऐसी गलती दोबारा से नहीं होनी चाहिए। शिक्षकों की इस लड़ाई में सभी एकजुट लड़ेंगे। पीफैक्टो सेक्रेटरी डॉ. जगवंत सिंह ने भी इस मौके पर सभी शिक्षकों को एकजुट होकर सरकार के खिलाफ आंदोलन को जारी रखने की ्अपील की। विभिन्न यूनिवर्सिटी से आए टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी पंजाब सरकार के फैसले के खिलाफ विचार रखे। पीयू कैंपस में गाड़ियों की भीड़ से लगा जाम
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में पुटा और पीफैक्टो की महारैली ने जाम जैसी स्थिति पैदा कर दी। पूरे कैंपस में गाड़ियों के कारण जाम जैसी स्थित पैदा हो गई। पीयू प्रशासन ने रैली को देखते हुए पहले ही चार मार्च को प्रस्तावित सभी परीक्षाएं स्थगित करवा दी थी। पीयू प्रशासनिक ब्लाक से लेकर गेट नंबर-1 तक जाने वाली सड़क पूरी तरह गाड़ियों से भर गई। बाहर की यूनिवर्सिटी से प्रोफेसर बसों में पहुंचे थे। पीयू मार्केट के सामने की पार्किंग और सड़क पर भी वाहनों की लाइनें लग गई। शिक्षकों ने परेड ग्राउंड से गेट नंबर-2 तक मार्च भी किया। लेकिन पुलिस ने सभी को गेट से आगे जाने पर रोक लगा दी। यहां पर भी शिक्षकों ने काफी देर जमकर नारेबाजी की। विधानसभा स्पीकर से मिले शिक्षक
पंजाब सरकार के असिस्टेंट प्रोफेसर ग्रेड पे को कम करने के खिलाफ पुटा और पीफैक्टो पदाधिकारियों ने पंजाब विधानसभा स्पीकर राणा केपी सिंह से मुलाकात की और मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। पुटा सेक्रेटरी डॉ. अमरजीत सिंह नोरा के अनुसार स्पीकर ने पूरे मामले में सकारात्मक बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को आठ मार्च तक कोई हल निकलने की उम्मीद है।