Chandigarh Bird Flu Alert! चंडीगढ़ में 17 और मृत मिले कौवे, वाइल्डलाइफ टीम ने डेड बॉडी की रिकवर
Chandigarh Bird Flu Alert चंडीगढ़ में 17 पक्षियों की डेड बाडी फारेस्ट एंड वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट की वाइल्डलाइफ टीम को अलग-अलग हिस्सों से मिली। कौवे के मरने का कारण एक्सपर्ट उसके कहीं भी कुछ भी खाने को मान रहे हैं। साथ ही सर्दी को भी वजह बता रहे हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना का प्रकोप काफी हद तक कम हो चुका है लेकिन पक्षियों के लिए काल बनी मौत अभी भी कहर बरपा रही है। बुधवार को 17 पक्षियों की डेड बाडी फारेस्ट एंड वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट की वाइल्डलाइफ टीम को शहर के अलग-अलग हिस्सों से मिली। पक्षियों के मृत मिलने का सिलसिला भले ही बंद नहीं हो रहा है। लेकिन अब जिन पक्षियों की बाडी मिल रही है उनके सैंपल लैबोरेटरी को नहीं भेजे जा रहे हैं।
बुधवार को रेलवे स्टेशन पर दो कौवे, मनीमाजरा में एक कौआ, सेक्टर-25 में आठ कौवे, एक बाज, सेक्टर-10 में चार कौवे और सेक्टर-55 में एक कौवे की डेड बाडी मिली। इन सभी डेड बाडी को वाइल्डलाइफ टीम ने रिकवर कर लिया है। सबसे अधिक कौवे की डेड बाडी रोजाना मिल रही हैं। कौवे के मरने का कारण एक्सपर्ट उसके कहीं भी कुछ भी खाने को मान रहे हैं। साथ ही सर्दी को भी वजह बता रहे हैं। हालांकि अभी भी सर्विलांस को बंद नहीं किया है। यह टीमें अब वाटर बाडी के साथ ओपन एरिया, पार्क रोड सब जगह छानबीन कर रही हैं। हालांकि अब एक्सपर्ट इन पक्षियों के मरने की वजह ठंड को मान रहे हैं। बर्ड फ्लू का खतरा काफी हद तक टला माना जा रहा है।
कई सैंपल ऐसे जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी
चंडीगढ़ ने कई सैंपल सेट जालंधर रीजनल डिसीज डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी को भेज रखे हैं। अभी इनकी रिपोर्ट आनी बाकी है। हालांकि रिपोर्ट देरी से आने की वजह सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव होना भी बताई जा रही है। लैबोरेटरी की तरफ से पॉजिटिव रिपोर्ट की जानकारी ही सबसे पहले भेजी जाती है। नेगेटिव की रिपोर्ट बहुत कम दी जाती है। पक्षियों के साथ ही चंडीगढ़ ने कई पोल्ट्रीफार्म के सैंपल भी भेज रखे हैं। पक्षियों की मौत का कारण अब बर्ड फ्लू नहीं माना जा रहा है। अत्यधिक सर्दी को इनकी मौत का कारण मानी जा रही है।
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