वार्ड-4 में कांग्रेस के पूर्व पार्षद शिव वर्मा प्रबल दावेदार
निकाय चुनावों की तारीख तय होने के बाद कुराली के सभी 17 वार्डो में विभिन्न पार्टियों ने अपने योग्य उम्मीदवार चुनावी रण में उतार जीत के यत्न आरंभ कर दिए हैं।
चेतन भगत, कुराली
निकाय चुनावों की तारीख तय होने के बाद कुराली के सभी 17 वार्डो में विभिन्न पार्टियों ने अपने योग्य उम्मीदवार चुनावी रण में उतार जीत के यत्न आरंभ कर दिए हैं। वहीं, शहर के सेफ जोन माने जा रहे वार्ड-4 में भाजपा के पूर्व पार्षद लखवीर सिंह लक्की के मुकाबले कोई भी पार्टी अपना केंडिडेट उतारने से कतरा रही थी। इसी दुविधा को खत्म करते हुए कांग्रेस ने अपने धाकड़ सीनियर लीडर एवं पूर्व पार्षद शिव वर्मा को वार्ड-4 में उतारने की घोषणा के बाद चुनावी माहौल में गर्माहट आई है। वहीं, वार्ड में लगा सेफ जोन का टैग भी हट गया है।
वर्मा ने अपना वार्ड छोड़ दिया रमाकांत को समर्थन
गौरतलब है कि वार्ड-14 से पूर्व पार्षद शिव वर्मा दो बार तथा एक बार उनकी धर्मपत्नी पार्षद रह चुके हैं और अनुभव एवं वार्डवासियों से पनपे अपनेपन के लिहाज से इस बार फिर शिव वर्मा वार्ड -14 में चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में थे। वहीं, उनके मुकाबले कांग्रेस के ही यूथ लीडर रमाकांत कालिया कई वर्षों से वार्ड की सेवा में जुटे थे और अब वह भी चुनावी रण में भाग्य आजमाने का मन बनाए बैठे थे। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान ने पूर्व मिनिस्टर जगमोहन सिंह कंग के समझाने पर शिव वर्मा दो दिन पूर्व रमाकांत कालिया को समर्थन देने की घोषणा कर वार्ड-14 से चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया।
वार्ड-4 में मुकाबला बना रोचक
शहर का वार्ड-4 इसलिए सेफ जोन माना जा रहा था कि कोई भी पार्टी भाजपा के पूर्व पार्षद लखवीर सिंह लक्की के मुकाबले उम्मीदवार उतारने से हिचक रही थी। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान ने बेदाग छवि एवं अनुभव से परिपूर्ण धुरंधर लीडर एवं पूर्व पार्षद शिव वर्मा पर भरोसा जता वार्ड-4 से चुनावी रण में उतारने की घोषणा करने के बाद जहा शहर में चुनावी माहौल में सुगबुगाहट आरंभ हो गई है। वही,ं अब लखवीर सिंह लक्की एवं शिव वर्मा के बीच मुकाबला रोचक बन गया है। लखवीर सिंह लक्की का कहना है कि उनके वार्ड में किया गया काम ही उनकी पहचान है और उसी के बल पर लोगों का समर्थन मिल रहा है। बाकि रही मुकाबले की बात तो हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का हक है। उन्हें शिव वर्मा के लिए गए निर्णय से कोई गिला नहीं है।
कांग्रेस ने खेला एकजुटता एवं सियासत का दोहरा दांव
एक तरफ जहां कांग्रेसी लीडर जगमोहन सिंह कंग ने वार्ड-14 में चुनावी रण में उतरने को आतुर दो कांग्रेसी केंडिडेट में पनप रहे विद्रोह को खत्म करने में सफलता हासिल की। वहीं, शिव वर्मा को चुनावी मैदान से क्विट करवाकर उन्हें रमाकांत कालिया को समर्थन देने के लिए भी समझाकर कांग्रेस की एकजुटता को दर्शाया।