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स्मॉल फ्लैट स्कीम-2006 के आवेदकों को भी रेंट पर मिलेंगे फ्लैट, पुरानी स्कीम के दावे पर नहीं पड़ेगा असर

अगर पुरानी स्कीम के चक्कर में किसी ने रेंट पर फ्लैट के लिए आवेदन नहीं किया है तो वह सीएचबी की वेबसाइट पर विजिट कर ऐसा तुरंत कर लें। जो फ्लैट रेंट पर मलोया में दिए जा रहे हैं उनमें दो रूम किचन स्पेस बाथरूम और बालकनी जैसी सुविधा है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 01:00 PM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 01:00 PM (IST)
स्मॉल फ्लैट स्कीम-2006 के आवेदकों को भी रेंट पर मिलेंगे फ्लैट, पुरानी स्कीम के दावे पर नहीं पड़ेगा असर
एप्लीकेंट रेंटल स्कीम में आवेदन कर सकते हैं। (फाइल फाेटाे)

चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ स्मॉल फ्लैट स्कीम-2006 के तहत मकान नहीं मिलने का जिन एप्लीकेंट का केस चल रहा है। इसके चक्कर में इन्होंने अफोर्डेबल रैंटल हाउसिंग कांप्लेक्स स्कीम के लिए भी आवेदन नहीं किया। कहीं इसमें आवेदन करने से परमानेंट मिलने वाले मकान की लड़ाई खत्म न हो जाए इसलिए रेंट के लिए मकान नहीं लिया। इन सभी एप्लीकेंट को प्रशासन ने बड़ी राहत दी है।

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यह सभी एप्लीकेंट इस रेंटल स्कीम में आवेदन कर सकते हैं। सिर्फ आवेदन ही नहीं फ्लैट मिलने पर इसमें रह सकेंगे। इनके पुरानी स्कीम में मकान के दावे को इस नई स्कीम से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यह जानकारी एडवाइजर मनोज परिदा ने दी है।

उन्होंने कहा कि कोर्ट केस कई बार लंबे चलते रहे हैं। जिस वजह से यह लोग स्लम एरिया में रहने को मजबूर हैं। अब यह नई स्कीम में आवेदन कर रेंट के फ्लैट में रहकर अच्छा जीवन व्यतीत कर सकते हैं। भविष्य में अगर उन्हें पुरानी स्कीम के तहत मकान मिलना तय होता है तो रेंट एग्रीमेंट में बदलाव कर उन्हें मकान दे दिया जाएगा।

अगर पुरानी स्कीम के चक्कर में किसी ने रेंट पर फ्लैट के लिए आवेदन नहीं किया है तो वह सीएचबी की वेबसाइट पर विजिट कर ऐसा तुरंत कर लें। जो फ्लैट रेंट पर मलोया में दिए जा रहे हैं उन ईडब्ल्यूएस फ्लैट में दो रूम, किचन स्पेस, बाथरूम और बालकनी जैसी सुविधा है। इस स्कीम में यह फ्लैट 25 साल के लिए तीन हजार रुपये महीना रेंट पर मिलेगा। जिसमें दो साल बाद आठ फीसद की वृद्धि होगी। मलोया में करीब 2200 फ्लैट खाली हैं।

प्रीफेब शेल्टर वासियों को देन के बाद भी बचेंगे फ्लैट

मलोया के खाली फ्लैट सबसे पहले सेक्टर-52 अौर 56 के प्रीफेब शेल्टर वासियों को दिए जाएंगे। अभी इन दोनों जगह से करीब 700 आवेदन ही सीएचबी के पास आए हैं। इन्हें देने के बाद भी एक हजार से अधिक फ्लैट बच जाएंगे। इन बचे हुए फ्लैट को शहर में दूसरी जगह रहे स्लम एरिया वासियों को रेंट पर दिया जाएगा। मलोया में फ्लैट की पजेशन मिलते ही सेक्टर-52 और 56 के प्रीफेब शेल्टर्स को ढहा दिया जाएगा। कंम्यूटराइज्ड ड्रा से शेल्टर वासियों को फ्लैट आवंटित होंगे।

तीन दिन का मिलेगा समय

शिफ्टिंग से कम से कम तीन दिन पहले ड्रा का रिजल्ट प्रीफेब शेल्टर के ग्रुप में लगा चस्पा किया जाएगा। जिससे शेल्टर वासी शिफ्ट करने के लिए सामान पैक कर सकें। दिवाली के तुरंत बाद मलोया में इन फ्लैट की पॉजेशन देने के लिए तैयारी की जा रही है। बिजली और पानी के कनेक्शन भी पजेशन के बाद तुरंत टीम करने पहुंच जाएगी।

प्रशासन ने केंद्र की अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग कांप्लेक्स स्कीम के तहत शेल्टरवासियों को मलोया में पुनर्वास योजना के तहत बनाए खाले फ्लैट रैंट पर देने का फैसला लिया है। जिसके बाद सीएचबी कार्यालय में दस्तावेज पूरे करने के लिए छह दिन का कैंप लगाया जा रहा है। यह कैंप वीरवार तक लगाया जाएगा।


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