Chandigarh Pollution Update: प्रदूषण स्तर येलो जोन में पहुंचा, रविवार को वाहन कम होने पर भी AQI 120 के पार
Air Pollution in Chandigarh City चंडीगढ़ में रविवार को छुट्टी के दिन भी प्रदूषण ग्रीन से येलो जोन में पहुंच चुका है। ऑरेंज में पहुंचते ही हालात बिगड़ सकते हैं। ऐसे में सांस के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
चंडीगढ़, जेएनएन। सर्दियों की आहट के साथ जैसे-जैसे पारा गिर रहा है, प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। दूसरे शहरों की खराब हवा चंडीगढ़ तक प्रदूषण फैला रही है। यहां की हवा भी अब जहरीली हो गई है। रविवार को छुट्टी के दिन सड़कों पर वाहनों की संख्या 20 फीसद भी नहीं है। बावजूद इसके प्रदूषण ग्रीन से येलो जोन में पहुंच चुका है। सुबह 10 बजे ही एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 120 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। दिन में आवाजाही बढ़ने पर इसके और बढ़ने की संभावना है।
येलो जोन के बाद ऑरेंज में पहुंचते ही हालत बिगड़ सकती है। इसके बाद हेल्थ एडवाइजरी तक जारी करने की जरूरत पड़ जाएगी। सांस संबंधी मरीजों के लिए मुश्किल भरा दौर होगा। दूसरी ओर, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के आंकड़े अभी से डराने लगे हैं। यहां स्थिति बेहद खराब होकर रेड जोन में पहुंच चुकी है। रविवार सुबह बठिंडा में एक्यूआई 320, लुधियाना में 284, कुरुक्षेत्र 346, नई दिल्ली 351 दर्ज किया गया। यह बेहद खराब स्थिति को दर्शाता है। अलगे सप्ताह तक चंडीगढ़ में भी यही हालात हो सकते हैं।
खूब जल रही पराली
पंजाब और हरियाणा के शहरों में जमकर पराली जल रही है। रोक के बावजूद रोजाना सैकड़ों मामले सामने आ रहे हैं। कुछ एरिया तो बेहद ज्यादा प्रदूषित हो चुके हैं। इनमें पराली जलने की घटनाएं सबसे अधिक हो रही हैं। स्थानीय प्रशासन इन्हें रोकने में नाकाम है। हवा का रुख जैसे ही दूसरे शहरों की ओर होता है, जहरीली हवा वहां तक मार कर रही है। चंडीगढ़ की हवा भी इसी वजह से प्रदूषित हो रही है।
ये है प्रदूषण का एक्यूआइ मानक
0-50 अच्छा
51-100 संतोषजनक
101-200 मॉडरेट
201-300 खराब
301-400 बेहद खराब
401-500 बेहद ज्यादा खराब
एक टन पराली से निकलता है 1724 किलो जहर
कार्बन डाईऑक्साइडः 1460 किलो
राखः 199 किलो
कार्बन मोनोऑक्साइडः 60 किलो
सल्फर डाईऑक्साइडः 2 किलो
अन्य जहरीले कण - 3 किलो