पीयू प्रशासनिक ब्लॉक में छात्रों ने मचाया उत्पात, महिला कांस्टेबल घायल
क्लास में न बैठने के फरमान के खिलाफ शुक्रवार को कैंपस में जमकर बवाल हुआ।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा फीस न देने पर ऑनलाइन क्लास में न बैठने के फरमान के खिलाफ शुक्रवार को कैंपस में जमकर बवाल हुआ। फैसले का विरोध कर रहे छात्र संगठनों ने पीयू प्रशासनिक ब्लॉक में घुसने के लिए जमकर उत्पात मचाया। छात्र संगठनों ने प्रदर्शन के दौरान प्रशासनिक ब्लॉक में घुसने के लिए मुख्य गेट को भी तोड़ने की कोशिश की। शांत चल रहे प्रदर्शन ने उस वक्त उग्र रूप लिया, जब डीन स्टूडेंट वेलफेयर (मैन) एसके तोमर के साथ एसएफएस के कुछ कार्यकर्ता प्रशासनिक ब्लॉक के अंदर चले गए। इनके अंदर जाने के बाद पीयू सुरक्षा कर्मियों ने गेट को बाहर से कुंडी लगा दी। उसके बाद बाहर प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स ने ब्लॉक में एंट्री करने के लिए सुरक्षा कर्मियों और पुलिस से हाथापाई की। इस हाथापाई में एसएफएस कार्यकर्ता इंदरप्रीत सिंह ने गेट पर लात मारी, इस दौरान महिला कांस्टेबल बीच में आ गई जिससे उनके पेट में लात लगी। जिसके बाद महिला कांस्टेबल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घायल होने के बाद उस महिला कांस्टेबल ने अपने साथी को जब इंदरप्रीत की पहचान करवाई तो वह मौके से अपनी बाइक लेकर फरार हो गया। एबीवीपी ने लगाया वीसी की कार पर फॉर सेल पोस्टर
सैफ लैब के बाहर इसी फैसले का विरोध कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने शांत प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी ने पीयू वीसी प्रो. राजकुमार की कार को बेचने के लिए फॉर सेल का पोस्टर लगाया। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स के घरों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में गरीब स्टडेंट्स को फीस देने में राहत दी जानी चाहिए। एसएफएस ने लगाए सिक्योरिटी गार्ड और पुलिस पर बदतमीजी के आरोप
एसएफएस की महिला कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस और सिक्योरिटी गार्ड्स पर बदसलूकी का आरोप लगाया। कहा कि प्रदर्शन में जहां महिलाएं शामिल थी, वहां पर पुरुष सिक्योरिटी गार्ड और पुलिस क्यों आई। पुलिस जवान और सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें गलत तरीके से उठाया। महिला कांस्टेबल के प्रेग्नेंट होने की बात से उड़े पुलिस विभाग के होश
दर्द से तड़प रही महिला कांस्टेबल को देखकर किसी ने अफवाह उड़ा दी कि वह गर्भवती है। यह बात सुनकर पूरे पुलिस विभाग के होश उड़ गए। जैसे ही यह खबर फैली सेक्टर-24 पुलिस चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे। बाद में पता चला कि कांस्टेबल गर्भवती नहीं थी। आज होगी बैठक
डीयूआइ प्रो. आरके सिगला ने बताया कि इस मामले में हमने कमेटी का गठन कर लिया है। जिसकी बैठक शनिवार को होगी। इस बैठक में कमेटी का जो फैसला होगा, वो हमेशा मंजूर होगा। हमारे लिए स्टूडेंट्स सबसे महत्वपूर्ण हैं।