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पंजाब में कोराना संकट: कम पडऩे लगे बेड, विशेषज्ञों की बनेंगी मोबाइल टीमें

पंजाब में कोरोना संकट गहराने लगा है। अस्‍पतालोंं में कोरोना मरीजाें के लिए बेड कम पड़ने लगे हैं। हालत से निपटने के लिए पंजाब सरकार विशेषज्ञों की मोबाइल टीमें बनाएगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 09:02 AM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 09:02 AM (IST)
पंजाब में कोराना संकट: कम पडऩे लगे बेड, विशेषज्ञों की बनेंगी मोबाइल टीमें
पंजाब में कोराना संकट: कम पडऩे लगे बेड, विशेषज्ञों की बनेंगी मोबाइल टीमें

चंडीगढ़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। पंजाब में कोरोना के मरीज बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं भी बढ़ रही हैं। इसका असर लेवल वन के अस्पतालों पर पड़ रहा है। लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में स्थिति यह है कि मरीजों के लिए बेड कम पडऩे लगे हैं, हालांकि शहर के बाकी अस्पतालों में अभी कई बेड खाली हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि अभी स्थिति काबू में है लेकिन जैसे-जैसे टेस्ट की गिनती बढ़ती जाएगी, बेड कम पड़ेंगे।

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पंजाब में इस समय लेवल वन के अस्पतालों में सात हजार बेड हैं और उनमें अभी 1200 मरीज ही हैं।  अभी टेस्टिंग में से 15 से 20 फीसद के बीच कोरोना के मरीज पाए जा रहे हैं। जिस दिन हमारी टेस्टिंग 20 हजार रोजाना हो जाएगी, अस्पतालों में 4000 मरीज रोजाना आना शुरू हो जाएंगे।

रोज 20 हजार टेस्ट हुए तो आएंगे चार हजार तक मरीज, पंजाब सरकार ने शुरू की तैयारी

सीएमओ के एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि लुधियाना, जालंधर और अमृतसर जैसे शहरों में लोगों के पास पैसा है इसलिए वह प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाने को प्राथमिकता देते हैं ।  इसलिए अभी दिक्कत बड़े अस्पतालों को ही आ रही है। स्वास्थ्य विभाग अब इस योजना पर काम कर रहा है कि मरीजों में विश्वास बढ़ाया जाए और उन्हें अन्य लेवल टू और लेवल थ्री के अस्पतालों में भेजा जाए।

इसके लिए एक हेल्प लाइन नंबर दिया जा सकता है जिस पर फोन करके वे मरीज जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है, पूछ सकते हैं कि उनके घर के पास कहां पर बेड खाली है ताकि वह वहां दाखिल होकर इलाज करवा सकें। इसके अलावा इनकी जांच करने और इलाज के सुझाव देने के लिए माहिर डॉक्टरों की मोबाइल टीमें तैयार की जाएं। अगर बड़े अस्पतालों के डॉक्टर लेवल टू और थ्री के अस्पतालों में भी जाना शुरू कर देंगे तो मरीज अपने आप दूसरे अस्पतालों में भी दाखिल हो जाएंगे।

पंजाब में इस समय अस्पतालों की स्थिति और मरीजों की गिनती

लेवल वन अस्पताल में    7000 बेड    मरीजों की संख्‍या 1200

लेवल टू अस्पताल में      4900 बेड     मरीजों की संख्‍या 1200

लेवल थ्री अस्पताल में    1000 बेड     मरीजों की संख्‍या  200

लेवल वन, टू और थ्री अस्पताल

जिन मरीजों में कोरोना का कोई लक्षण नहीं होता, उन्हें लेवल वन अस्तपात में रखा जाता है। ऐसे मरीज घर में भी आइसोलेट हो सकते हैं। दस साल से कम और 60 साल से ज्यादा उम्र के मरीजों के अलावा डायबिटीज, हार्ट, ब्लड प्रेशर के रोगी और जिनमें कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं और उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़े, उन्हें लेवल टू अस्पताल में दाखिल करवाया जाता है। इनके अलावा जिन मरीजों को हाईफ्लो ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की जरूरत पड़े उन्हें लेवल थ्री अस्पताल में भर्ती किया जाता है।


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