शहर के सेक्टर-79 में बनेगा वर्किग वुमंस हॉस्टल
शहर में जल्द वर्किग वुमंस के लिए वुमन हॉस्टल बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए जगह का चयन कर लिया गया है।
जागरण संवाददाता, मोहाली : शहर में जल्द वर्किग वुमंस के लिए वुमन हॉस्टल बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए जगह का चयन कर लिया गया है। वहीं ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) ने पालतू पशुओं की समस्या का हल भी निकाल लिया है। खरड़ तहसील के गांव गिदड़पुर में जंगली जमीन में दोधियों को विशेष क्षेत्र निर्धारित करके डेयरियां स्थापित करने की प्लानिग की जा रही है। शहर के सेक्टर-79 में वर्किग वुमंस हॉस्टल स्थापित किया जाएगा। शहर के इंडस्ट्रियल एरिया स्थित आइटी कंपनियों में आठ से दस हजार वर्किग वुमंस जॉब करती हैं। जो लंबे समय से वुमंस हॉस्टल की मांग कर रही हैं। ऐसे में यह युवतियां और महिलाएं पीजी या चंडीगढ़ में रेंट के मकान में रह रही हैं। डेयरियों को शिफ्ट करने की मांग
गमाडा अधिकारियों के मुताबिक शहर के कई क्षेत्रों में अभी भी दूध की डेयरियां चलती है। मदनपुरा, शाहीमाजरा, गांव मोहाली में कई जगहों पर लोगों ने दूधारू पशु रखे हैं। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन क्षेत्रों के आसपास रहने वाले लोग लंबे समय से दूध की डेयरियों को शिफ्ट करने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद ये फैसला लिया गया है कि दूध की डेयरियों को शहर के बाहर शिफ्ट किया जाएगा। जल्द ही वर्किग वुमन हॉस्टल के निर्माण और दूध की डेयरियों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू दी जाएगी। शहर के लोगों को होंगे यह फायदे शहर के एलआइजी और एमआइजी फ्लैटों से जुड़े मामलों के निपटारे के लिए एक विशेष नीति बनाई जाएगी। साथ ही बूचड़खाने संबंधी मामले को निपटारा भी जल्द हो जाएगा। शहर की कुछ विशेष सड़कों को कम से कम अठारह मीटर चौड़ा करने का किया जाएगा। शहर के प्रमुख पार्कों की देख रेख अब गमाडा करेगा। जिस में अब स्प्रीटिग ट्रैक जाएंगे। निगम कमिश्नर कमल गर्ग ने बताया कि हाल ही में गमाडा व सभी विभागों की बैठक हुई थी जिसमें ये सभी निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पार्कों में लोगों को आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी।