हर सेक्टर में पहुंचा कोरोना, सांसद से भी कुछ नसीहत लो
कांग्रेस पार्षद लोगों से कह रहे हैं कि घर से बाहर उतना ही निकलें जितनी हमारी शहर की सांसद निकल रही हैं। यह मैसेज शहर के रेजिडेंट्स के मोबाइल पर भी खूब सकरुलेट हुआ।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। शहर में अब हर सेक्टर में कोरोना मरीज मिल रहे हैं। वहीं प्रशासन भी हर सप्ताह अपनी प्लानिंग बदल देता है। कोरोनाकाल में सांसद किरण खेर ने पूरी एहतियात बरत रहीं हैं। उनके घर से बाहर न निकलने पर कांग्रेस के कई नेता सवाल भी उठा चुके हैं। जब देश में कोरोना मरीजों की संख्या 15 लाख हो गई तो पिछले सप्ताह कांग्रेस के सीनियर नेता एवं पूर्व मेयर सुभाष चावला ने अपने जानकारों और कार्यकर्ताओं को कोरोना से बचाव के लिए एक मैसेज उनके मोबाइल पर भेजा। जिसमें उन्होंने लोगों को कहा कि सावधान, कोरोना हर सेक्टर में अपने पैर पसार रहा है। खतरा टला नहीं बल्कि बढ़ रहा है। इसलिए घर से बाहर उतना ही निकले जितनी हमारी शहर की सांसद निकल रही हैं। यह मैसेज शहर के रेजिडेंट्स के मोबाइल पर भी खूब सकरुलेट हुआ।
ठेके की बात सुन उड़े होश
हाल ही में कमेटी की बैठक में सदस्य एवं भाजपा पार्षद शक्ति देवशाली ने शहर में अतिक्रमण हटाओ का काम ठेके पर देने का प्रपोजल रखा। इस बात से अतिक्रमण हटाओ दस्ते में कार्यरत कई सब इंस्पेक्टरों के होश उड़ गए क्योंकि उन्हें लगा कि अगर ऐसा हो गया तो उनका काम खत्म हो जाएगा और जो उनकी शहर में धौंस है वह भी हवा हो जाएगी। उन्हें अन्य विभाग में तैनात कर दिया जाएगा। जबकि शक्तिदेव शाली का कहना है कि वह इस प्रस्ताव को सदन में लेकर जाएंगे क्योंकि इससे नगर निगम का रेवेन्यू बढ़ेगा और ठेके पर काम देने से शहर में अतिक्रमण हटाने का काम ज्यादा प्रभावशाली ढग से होगा। चंद पार्षदों का मानना है कि जो मिलीभगत और सिफारिश के आरोप लगते हैं वह भी खत्म हो जाएंगे। जबकि दस्ते में सब इंस्पेक्टर लगने के लिए दूसरे विभाग से भी कर्मचारी आला अधिकारियों को संपर्क करते हैं।
खत्म नहीं होती राजनीति
नगर निगम की बैठक में जब भी डड्डूमाजरा के गारबेज प्लांट और डपिंग ग्राउंड के कारण आ रही परेशानी का मामला गरमाता है तो भाजपा और कांग्रेस के पार्षद कोई हल निकालने की बजाय आपस में भिड़ जाते हैं। इस पर राजनीति पिछले तीन साल में कई बार हुई लेकिन समस्या का हल नहीं निकला। 30 अगस्त को हुई सदन की बैठक में जब प्लांट में पड़े 25 हजार टन कचरे के निपटाने का मामला आया तो पूर्व मेयर एवं भाजपा के पार्षद राजेश कालिया ने इसके लिए कांग्रेस के 15 साल के कार्यकाल को जिम्मेदार बताया। कहा कि कांग्रेस ही जेपी गारबेज प्लांट को लेकर आई थी। जब भी इस मुद्दे पर बवाल उठते हैं अधिकारी भी पार्षदों की आपसी राजनीति का मजा लेते हैं। लेकिन अब तो डड्डूमाजरा के रेजिडेंट्स कहने लगे हैं कि भाजपा का नगर निगम पर पांच साल से कब्जा है, मगर समस्या से मुक्ति नहीं मिली।
टॉयलेट जाना पड़ा महंगा
इस समय प्रशासन ने मास्क न पहनने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है। ऐसे में टीमें दुकानों और कार्यालय के अंदर घुसकर भी बिना मास्क वालों के चालान काट रही है। ऐसा ही हुआ सेक्टर-37 में। यहां पर एक व्यापारी को पब्लिक टॉयलेट का प्रयोग करना महंगा पड़ा। जब व्यापारी रूमाल से मुंह साफ करता हुआ टॉयलेट से बाहर निकला तो टीम के एक कर्मचारी ने उसे मास्क न पहनने का चालान हाथ में थमा दिया। जबकि इससे पहले भी दुकान में बैठे एक व्यापारी का चालान काट दिया गया। वह अपनी दुकान पर बिना मास्क पहने बैठा था, उस समय दुकान के अंदर कोई नहीं था। व्यापारियों ने कहा कि खाली दुकान में दिनभर मास्क पहनने से दिक्कत होती है। आखिरकार बीच बचाव में मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सहगल को आना पड़ा। सहगल ने टीम के कर्मचारी को समझाया। उसके बाद मामला शांत हुआ।