पंजाब के 12 जिलों से 200 लोग शामिल हुए निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज में
निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात के मरकज में भाग लेने पंजाब से भी लोग गए। इसमें पंजाब के 12 जिलों से करीब 200 लोगों ने भाग लिया।
चंडीगढ़, जेएनएन। देशभर में कोरोना वायरस के वाहक बने तब्लीगी जमात के मरकज में भाग लेने पंजाब से भी लोग गए थे। दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए तब्लीगी मरकज में पंजाब के 12 जिलों से करीब 200 लोग भाग लेने गए थे। अब कोरोना से जंग में ये लोग पंजाब सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लिए मुसीबत बन गए हैं।
राज्य सरकार चिंतित, अन्य जिलों में फैला सकते हैं कोरोना
निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में गए लोग पंजाब समेत पूरे देश के लिए चिंता का बड़ा कारण बन गए हैं। पंजाब सरकार ने पहली बार स्पष्ट आंकड़ा पेश किया है कि तब्लीगी मरकज में पंजाब से 200 लोग शामिल हुए थे। दो दिन पहले तक पंजाब सरकार यह आंकड़ा नौ से 15 बता रही थी। पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि मरकज में पंजाब से 200 लोगों शामिल हुए थे।
वहीं, निजामुद्दीन की घटना को देखते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कठोर कदम उठाते हुए राज्य में हरेक धर्म के समारोह पर रोक लगा दी है। मुख्यमंत्री के इस फैसले के बाद बैसाखी के अवसर पर कोई भी धार्मिक समारोह नहीं हो पाएगा। वहीं, मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव करण अवतार सिंह को निर्देश दिए है कि वह व्यक्तिगत रूप से अकाल तख्त के जत्थेदार से बात करेंगे। ताकि आगामी बैसाखी त्योहार के मद्देनजर एसजीपीसी के साथ इस विषय पर चर्चा की जा सके।
बता दें कि बीते कल ही मुख्यमंत्री ने अकाल तख्त के जत्थेदार से अपील की थी कि वह बैसाखी के अवसर पर किसी भी प्रकार के धार्मिक समागम को करने से गुरेज करें। वहीं, मरकज से लौटे मुस्लिम समुदाय के लोगों को लेकर मुख्यमंत्री ने डीजीपी को स्पष्ट निर्देश दिए है कि इस साल जनवरी के बाद निजामुद्दीन से लौटे लोगों को चिन्हित करके, उन्हें ट्रेस किया जाए और 21 दिन के लिए उन्हें आइसोलेशन में रखा जाए। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि निजामुद्दीन से पंजाब लौटने वाले लोगों के लिए अलग से टीम गठित की जाए। जोकि उन पर नजर रखे और पूरा एहतियाय बरते।
मरकज में शामिल हुए लोगों को लेकर पंजाब सरकार की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है कि उनसे कई जिलों में कोरोना फैलने का खतरा पैदा हाग गया है। पंजाब में अभी तक कोरोना वायरस के केस सात जिलों में ही मिले हैं। मरकज में 12 जिलों के लोग शामिल हुए थे।ऐसे में वे अन्य जिलों में काेराेना फैला सकते हैं। डीजीपी दिनकर गुप्ता के अनुसार, पंजाब से निजामुद्दीन गए 200 अलग-अलग समय में लौटे थे। कुछ अन्य राज्यों के लोग भी तब्लीगी जमात के काम के लिए पंजाब पहुंचे थे। स्वास्थ्य विभाग उनके साथ संपर्क कर रहा है। हालांकि, अब तक, कोई भी कोरोना पुष्टि नहीं हुई है।
स्वास्थ्य सचिव अनुराग अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को बताया कि विभाग को अब तक इनमें से 125 व्यक्तियों की सूची मिली है, जिनमें से 73 को ट्रैक किया गया और 25 मामलों में सैंपल जांच के लिए लिए गए हैं। उन्हें एतहितातन आसुलेशन वार्ड में रखा गया है।
कपूरथला के जिला उपायुक्त (डीसी) ने मुख्यमंत्री को बताया कि निजामुद्दीन से लौटे 31 लोगों केा आइसोलेशन में रखा गया है। वैसे उनमें अभी तक कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं। पटियाला में भी 29 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। हालांकि इनमें भी अभी तक कोरोना के कोई लक्षण नहीं मले है।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि पाकिस्तान से दिल्ली में इलाज के लिए आए हुए लोग वापस पाकिस्तान जा रहे थे। उनमें से तीन को कोरोना पाजिटिव पाया गया है। इसकी वजह से पाकिस्तान ने उन्हें आने की अनुमति नहीं दी है।ये लोग सीमा पर ही बीएसएफ की देखरेख हैं।
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