Amritsar-Ludhiana-Chandigarh-NCR Corridor... सपने और भी थे, पर रह गए अधूरे
सरकार ने हाल ही में Amritsar-Ludhiana-Chandigarh-NCR Corridor में Hyper Loop Transport Project की संभावना तलाशने का फैसला किया है पर कई ऐसे प्रोजेक्ट हैं जो पूरे नहीं हुए।
चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने हाल ही में Amritsar-Ludhiana-Chandigarh-NCR Corridor में Hyper Loop Transport Project की संभावना तलाशने का फैसला किया है। इसके लिए MOU भी साइन किया जा चुका है। अगर यह प्रोजेक्ट पूरा होता है तो पांच घंटे का समय महज 30 मिनट में पूरा हो जाएगा। सुनने में यह कानों को बेहद अच्छा लगता है। पंजाबियों को कई बार इस तरह के प्रोजेक्टों के सपने दिखाए गए। कुछ शुरू होते ही टूट गए तो कुछ रास्ते में दम तोड़ गए। एक प्रोजेक्ट धरातल पर भी आया और जनता के 20 करोड़ रुपये भी खर्च हुए, लेकिन परिणाम निकला शून्य। ऐसे हवाई प्रोजेक्टों पर एक नजर...
Ludhiana Metro
-27 स्टेशन बनाए जाने थे।
-9,000 करोड़ रुपये थी अनुमानित लागत
सात साल पुरानी वो बात पंजाब के लोग नहीं भूल सकते, जब पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने घोषणा की थी कि लुधियाना में Metro train चलेगी। पंजाब में Metro train का आना किसी सपने से कम नहीं था। कागजों पर Metro train का रूट प्लान तय होना शुरू हो गया। अकाली-भाजपा सरकार ने करीब दो वर्षों तक Ludhiana Metro लेकर खूब ढोल पीटा। सर्वे पर एक करोड़ रुपये खर्च हुए। बाद में इस प्रोजेक्ट को यह कहते हुए ठंडे बस्ते में डाल दिया गया कि जितने यात्रियों की जरूरत है, वो लुधियाना में नहीं मिलेंगे। यानी आबादी कम है। 2017 में Congress के सरकार में आने के बाद भी इसके प्रयास हुए, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
Water Bus
-20 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट
-12.7 किलोमीटर का रूट था
2015 में हरिके पत्तन में पानी में बस चलाने की घोषणा तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने की तो पंजाब के लोगों ने उसे मुंगेरी लाल के हसीन सपने करार दिया। Congress ने तो विधानसभा में भी सुखबीर बादल की काफी खिंचाई की। सुखबीर बादल पानी में बस चलाने को लेकर अडिग रहे। अंतत: 12.7 किलोमीटर पानी में चलने वाली इस बस को तैयार कर लिया गया। 20 करोड़ रुपये से तैयार इस बस के लिए 10 दिसंबर, 2016 का दिन तय किया गया।
अमेरिका से तैयार करवाई गई बस ट्रायल के लिए तैयार थी, लेकिन हरिके हेड पर जलस्तर सामान्य न होने कारण लौट गई। 12 दिसंबर को सुखबीर ने आखिर उद्घाटन कर दिया। पंजाब के लोगों ने इसके लिए सुखबीर बादल की सराहना तो की, लेकिन 12.7 किलोमीटर के सफर के लिए कोई भी 800 रुपये खर्च करने को तैयार नहीं था। हरिके पत्तन में सामान्य पानी न होने से यह प्रोजेक्ट दम तोड़ गया।
Pod project
-500 करोड़ रुपये खर्च आना था
-06 सीटर पॉड के लिए बनाया था रूट
अमृतसर में श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को फील गुड करवाने के लिए अकाली भाजपा ने सरकार ने पॉड प्रोजेक्ट का सपना दिखाया था। पिलर तैयार करके उस पर चलने वाले छह सीटर पॉड के लिए रूट भी तैयार कर लिया गए। सरकार ने Punjab State Infrastructure Authority से अप्रूवल भी ले ली। सर्वे भी शुरू हुआ, लेकिन अचानक ही यह प्रोजेक्ट भी ठप हो गया। इस प्रोजेक्ट पर करीब 500 करोड़ रुपये का खर्च आना था।
Hyper Loop
-60,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा
-1000 से 1300 किमी प्रतिघंटा होगी रफ्तार
Amritsar-Ludhiana-Chandigarh-NCR Corridor में हाइपर लूप ट्रांसपोर्ट की संभावना तलाशने का काम शुरू हुआ है। पंजाब सरकार ने लॉस एंजलिस की कंपनी वर्जिन हाइपर लूप वन के साथ समझौता किया है। 1000 से 1300 किलोमीटर प्रतिघंटे चलाने वाली हाइपर लूप पर लगभग 60,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। हालांकि, कंपनी अभी केवल प्रोजेक्ट के आर्थिक पक्ष की संभावनाओं का ही अध्ययन करेगी। अभी से चर्चा शुरू हो गई है कि कहीं इसका हाल भी पुराने प्रोजेक्टों जैसा न हो। (प्रस्तुति: कैलाश नाथ)
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