मनरेगा कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर कलम छोड़ हड़ताल की
मगनरेगा कर्मचारी यूनियन पंजाब के आह्वान पर ब्लॉक डेराबस्सी के स
संवाद सहयोगी, डेराबस्सी : मगनरेगा कर्मचारी यूनियन पंजाब के आह्वान पर ब्लॉक डेराबस्सी के समूचे मगनरेगा कर्मचारियों की कलम छोड़ हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। जिसके अंतर्गत उन्होंने मंगलवार को बीडीपीओ दफ्तर में धरना दिया। इस मौके धरनाकारियों को संबोधित करते ब्लॉक प्रधान सीतल सिंह ने कहा कि ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग में मगनरेगा अधीन पिछले 10 सालों से ड्यूटी कर रहे मनरेगा मुलाजिमों द्वारा 16 से लेकर 18 सितंबर तक मांगों की पूर्ति के लिए ब्लॉक स्तरीय धरने पूरे पंजाब में शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा मुलाजिम ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग के अधीन ड्यूटी कर रहे हैं। सभी मुलाजिमों की भर्ती पूरी पारदर्शिता के साथ समय-समय पर रेगुलर मुलाजिमों की भरती के लिए अपनाए मापदंडों अनुसार हुई है। परंतु सरकार रेगुलर की मांग पर बहाने लगाकर वक्त निकाल रही है। आज तक न तो मनरेगा मुलाजिमों का ईपीएफ काटा जा रहा है, न मोबाइल भत्ता और ड्यूटी दौरान मौत होने पर भी न कोई लाभ और न ही मेडिकल सहूलितें, निगूना यातायात भत्ता, न सर्विस रिकॉर्ड रखा जाता है, न ही सैलरी का कोई बजट रखा जाता है, जिस कारण मुलाजिमों का भविष्य खतरे में है। संघर्ष को करेंगे और तेज
उन्होंने कहा कि उपरोक्त मांगें तो पिछले डेढ़ साल से स्वीकृत कर ली गई थीं। परंतु आज तक सिवा झूठे बहानों के कोई भी ठोस हल नहीं हो सका। उन्होंने आगे कहा कि अब मनरेगा कर्मचारी यूनियन सरकार की वादा खिलाफी का सख्त विरोध करके संघर्ष का रास्ता अपनाने के लिए मजबूर हो गई है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार मनरेगा मुलाजिमों की मांगों को स्वीकृत करके लागू नहीं करती तब तक मनरेगा मुलाजिम अपने संघर्ष को दिन प्रति दिन तेज करेंगे। इस मौके एपीओ राजवीर कौर, सीए बंटी कुमार, नमीस सैनी, प्रीतपाल सिंह, संदीप सिंह, संदीप शर्मा, मोहित नागपाल, असीन मोहम्मद और कमलजीत सिंह उपस्थित रहे।