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दिसंबर तक नहीं सुधरेगी सड़कों की हालत, निगम के पास पैचवर्क के लिए भी पैसे नहीं Chandigarh News

दिसंबर माह तक न तो किसी सड़क की कारपे¨टग होगी और न ही कोई नया काम शुरू होगा।

By Edited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 11:21 PM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 03:49 PM (IST)
दिसंबर तक नहीं सुधरेगी सड़कों की हालत, निगम के पास पैचवर्क के लिए भी पैसे नहीं Chandigarh News
दिसंबर तक नहीं सुधरेगी सड़कों की हालत, निगम के पास पैचवर्क के लिए भी पैसे नहीं Chandigarh News

चंडीगढ़, जेएनएन। नगर निगम में वित्तीय संकट गरमा गया है। अब दिसंबर माह तक न तो किसी सड़क की कारपे¨टग होगी और न ही कोई नया काम शुरू होगा। ऐसे में लोगों को टूटी हुई सड़कों पर ही अपने वाहन चलाने होंगे। यहां तक कि जो काम अलॉट हो चुके हैं, वह भी शुरू नहीं हो पाएंगे क्योंकि इन कामों को करने के लिए नगर निगम के पास फंड नहीं है। यह बात नगर निगम कमिश्नर केके यादव ने खुद सोमवार को सदन को बताई है। कमिश्नर ने बताया कि दिसंबर तक उनके पास 93 करोड़ रुपये की ही ग्रांट है। जिससे सिर्फ कर्मचारियों के वेतन ही मुश्किल से दिए जा सकेंगे। ऐसे में पार्षदों ने कहा कि सड़कों पर कम से कम पैचवर्क का काम ही करवा दिया जाए। इस पर इंजीनियर्स ने कहा कि पैचवर्क के काम के लिए भी पैसे नहीं हैं। जिस पर कमिश्नर ने कहा कि पैचवर्क कम से कम जरूर करवा दिए जाएंगे। पूर्व मेयर अरुण सूद ने कहा कि वह साल 1981 से चंडीगढ़ में रह रहे हैं लेकिन सड़कों की इतनी खस्ता हालत उन्होंने कभी नहीं देखी। इस समय सारा शहर बदहाल हुआ पड़ा है।

फंड के लिए जाएंगे प्रशासक के द्वार : कालिया
कमिश्नर केके यादव ने कहा कि सभी ठेकेदारों की पेंडिंग भुगतान कर दिया गया है, ऐसे में अब नए काम करवाने के लिए राशि नहीं है। मेयर राजेश कालिया ने कहा कि ऐसा नहीं है कि फंड नहीं आ सकता। उन्होंने प्रशासक वीपी सिंह बदनौर से मिलने का समय मांगा है। इसी सप्ताह सभी पार्षद एक साथ इकट्ठे होकर गवर्नर हाउस फंड मांगने के लिए जाएंगे।

कांग्रेस ने किया हंगामा, कहा-सीबीआइ रेड का क्या है स्टेटस
सदन की बैठक के शुरुआत में ही कांग्रेस पार्टी के पार्षदों और भाजपा के बीच हंगामा हुआ जब कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला ने पिछले माह जिम के उपकरण महंगे खरीदने के मामले में नगर निगम में सीबीआइ रेड मारने का स्टेटस पूछा। जिस पर कमिश्नर ने कहा कि वह रेड नहीं थी। एक जांच के तहत सीबीआइ दस्तावेज लेकर गई है। बबला ने यह भी कहा कि पिछले नौ माह में शहर के किसी भी वार्ड के विकास से जुड़ा प्रस्ताव सदन में नहीं आया है। शहर के सहज सफाई केंद्र भरे हुए हैं। पब्लिक टॉयलेट्स की खस्ता हालत है। शहर की स्ट्रीट लाइटें दिन में जलती हैं जबकि रात के समय बंद रहती हैं।

 

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