वकालत के लिए व्यवहार भी महत्वपूर्ण : सत्यपाल जैन
सेक्टर-31 पीएचडी चैंबर में आर्यन कॉलेज ऑफ लॉ द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जासं, चंडीगढ़ : एक अच्छा वकील बनने के लिए जरूरी है कि आपका व्यवहार भी अच्छा हो। यदि आपका व्यवहार ठीक नहीं है तो आप कभी ग्रोथ नहीं कर सकते। कुछ इसी तरह के सुझाव और टिप्स एडिशनल सॉलिसिटर जरनल सत्यपाल जैन ने लीगल एजुकेशन इन इंडिया, प्रॉब्लम एंड पर्सपेक्टिव कार्यक्रम में दिए। सेक्टर-31 पीएचडी चैंबर में आर्यन कॉलेज ऑफ लॉ द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्टूडेंट्स को लीगल जानकारी भी दी। सत्यपाल जैन ने कहा कि बेहतर वकालत के लिए छह चीजें जरूरी है। इसमें अलर्ट रहना, हर चीज की बारीकी से जानकारी होना, एग्रेसिव होना और फैसले की मंजूरी के लिए सहनशीलता होना बहुत ज्यादा जरूरी है। हिदुस्तान की न्याय व्यवस्था पर बोलते हुए सत्यपाल जैन ने कहा कि 1975 में जब आपातकाल लगा था तो उस समय एक जज ने ही प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विरोध में फैसला दिया था और सरकार भंग हो गई थी। यह पावर सिर्फ हिदोस्तान में ही मिल सकती है। यदि पाकिस्तान की बात करें तो वहां पर कभी भी ऐसा नहीं हो सकता। लॉ के स्टूडेंट्स को उन्होंने कहा कि आज आधुनिकता का जमाना है। एक क्लिक पर सारी जानकारी उपलब्ध है, लेकिन केस लड़ने से पहले आपकी तैयारी पूरी होनी चाहिए। एक क्लिक के चक्कर में बिना तैयारी किए कभी भी कोर्ट नहीं जाना चाहिए।
वहीं इस मौके पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट वार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट डीपीएस रंधावा और पंजाब यूनिवर्सिटी लॉ डिपार्टमेंट से प्रोफेसर विजय नागपाल भी मौजूद रहे। एडवोकेट रंधावा ने स्टूडेंट्स को लॉ का इतिहास बताया और समझाया कि कानून का इस्तेमाल हमेशा युक्ति और धर्म के लिए होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को जीडीपी का छह प्रतिशत शिक्षा के लिए खर्च करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। इस बात की जानकारी हमें लीगल की स्टडी करके ही मिल सकती है। इसलिए लीगल को कभी टाइम पास मत समझो। यह देश का मजबूत स्तंभ है।