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अब लो कास्ट हेल्दी डाइट करेगा कुपोषण से ढिशुम-ढिशुम

अब गरीब तबके की माताएं भी अपने बच्चों को कम खर्च में हेल्दी और टेस्टी डिश बनाकर खिला पाएंगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 11:32 PM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 11:32 PM (IST)
अब लो कास्ट हेल्दी डाइट करेगा कुपोषण से ढिशुम-ढिशुम
अब लो कास्ट हेल्दी डाइट करेगा कुपोषण से ढिशुम-ढिशुम

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :

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अब गरीब तबके की माताएं भी अपने बच्चों को कम खर्च में हेल्दी और टेस्टी डिश बनाकर खिला पाएंगी। जिसके बल पर उनके लाडले कुपोषण से मुकाबला करने में समर्थ बनेंगे। इसके लिए सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट ने खास योजना बनाई है। इसके तहत डिपार्टमेंट ने डाइट संबंधी विशेषज्ञों की मदद से लो कास्ट हेल्दी डाइट रेसिपी बुक तैयार की है। उस बुक में सस्ते हेल्दी फूड से दर्जनों तरह के आकर्षक व टेस्टी डिशेज तैयार करने की जानकारी दी गई है। उनके द्वारा दिए गए इस फूड मंत्र का प्रशिक्षण आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाली माताओं को दिया जा रहा है। माताएं सीख रही टेस्ट का हेल्दी मंत्र

आमतौर पर माताओं की शिकायत होती है कि उनका बच्चा हेल्दी डाइट की बजाय फास्ट और जंक फूड खाना पसंद करता है। गवर्नमेंट मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल की डाइटीशियन मनीषा का कहना है कि ऐसे बच्चों को हेल्दी फूड देने के लिए कुछ खास चीजें फॉलो करनी जरूरी हैं। अगर बच्चे को फास्ट और जंक फूड के कलर वाली चीजें पसंद हो तो घर पर ही अलग-अलग तरह के फलों और सब्जियों से आकर्षक तरीके से सजाकर फूड आइटम तैयार करना चाहिए। उसे प्लेट में देने की बजाय कलरफुल रैपर में पैक करके देना चाहिए। इन व्यंजनों से बनेगी लाडले की सेहत

सोयाचिली, चौराई के पत्ते की सेव, मूंगफली और तेल के व्यंजन, आलू के पौष्टिक व्यंजन, सोया मालपुआ, आलू पापड़, बाजरे का लड्डू, शक्करतारे, मक्का के व्यंजन, अंकुरित मेथी और गेंहू के आटे के व्यंजन बनाने का तरीका बुकलेट में बताया गया है। हरी सब्जी नहीं तो उसका पाउडर सही

आमतौर पर बच्चे सब्जियां खाने से परहेज करते हैं। ऐसी स्थिति में उनके सर्वागिण विकास के लिए इन हरी सब्जियों को पाउडर फार्म में उनके बॉडी तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। सब्जियों के पाउडर और चूर्ण को उनके अन्य आहार में मिलाकर उसकी कमी दूर किया जा सकता है। उसे रोटी और अलग-अलग तरह की दालों में मिलाकर एक अलग टेस्ट दिया जा सकता है। कम खर्च में हेल्दी फूड के मानक को घर-घर पहुंचाने के उद्देश्य से होम साइंस कॉलेज की गाइडलाइन में इस विशेष रेसिपी बुकलेट को तैयार कराया गया है। अगर पेरेंट्स इसकी मदद से अपने बच्चों को आहर दे तो कुपोषण जैसी स्थिति उत्पन्न ही नहीं होगी।

बीएल शर्मा, सेक्रेटरी, सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट।


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