High Court के रिटायर्ड चीफ जस्टिस से ठग लिए दो लाख 31 हजार, नकली बैंक कर्मी ने की थी कॉल Chandigarh News
80 वर्षीय रिटायर्ड चीफ जस्टिस की शिकायत पर साइबर सेल की जांच के बाद सेक्टर-3 थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस मनमोहन सिंह लिब्राहन को नकली बैंक कर्मी ने डेबिट कार्ड वेरिफिकेशन के नाम पर कॉल कर अकाउंट से दो लाख 31 हजार रुपए की ठगी कर ली। 80 वर्षीय रिटायर्ड चीफ जस्टिस की शिकायत पर साइबर सेल की जांच के बाद सेक्टर-3 थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
साइबर सेल टीम आरोपित की ऑनलाइन, मोबाइल, अकाउंट डिटेल्स और लोकेशन डिटेल्स खंगालने में लगी है। साइबर सेल टीम इससे पहले भी होने वाले एक रिटायर्ड जज से साइबर ठगी मामले को ज्वाइंट कर जांच कर रही हैं। रिटायर्ड चीफ जस्टिस मनमोहन सिंह लिब्राहन ने बताया कि उन्हें तीन जुलाई 2019 को एक कॉल आई थी। उसने बताया कि वह बैंककर्मी बात कर रहा है। उसने डेबिट कॉर्ड ब्लॉक होने की सूचना देकर वेरिफिकेशन के लिए कुछ डिटेल्स मांगी। उसके द्वारा मांगी डिटेल्स देने के बाद कार्ड ब्लॉक नहीं हुआ। जब वह कुछ ही दिनों बाद बैंक गए और अकाउंट स्टेटमेंट चेक करने पर उनके होश उड़ गए। उनके अकाउंट से किसी ने दो लाख 31 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए थे। इसके बाद बैंक से जानकारी मिली कि तीन जुलाई को अकाउंट से पैसे ट्रांसफर किए हैं। उन्होंने शिकायत संबंधित बैंक और यूटी पुलिस को दी।
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आयोग के थे अध्यक्ष
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भारत सरकार द्वारा सन 1992 में लिब्राहन आयोग बनाया गया था। जिसमें अहम भूमिका मन मोहन सिंह लिब्राहन को सौंपी गई थी। उन्हें आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था। मन मोहन सिंह मद्रास हाईकोर्ट में भी चीफ जस्टिस रहे हैं।
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