Jagran Impact: डेढ़ करोड़ के फ्लैट की स्कीम नहीं होगी लांच, पहले बोर्ड करेगा डिमांड सर्वे Chandigarh News
टू बेडरूम फ्लैट की कीमत 1.47 करोड़ रुपये है जबकि थ्री बेडरूम 1.79 करोड़ रुपये में मिलेगा। चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की मीटिंग में सदस्यों ने कहा कि इस कीमत पर खरीदार नहीं मिलेंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। सेक्टर-53 जनरल हाउसिंग स्कीम में महंगे फ्लैटों की वजह से चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड ने लांच करने से पहले ही इसे स्थगित कर दिया है। लोग इतने महंगे फ्लैट लेना भी चाहेंगे या नहीं, पहले इसका डिमांड सर्वे होगा। यह फैसला मंगलवार को सीएचबी गवर्नेस बॉडी की मीटिंग में लिया गया। बता दें कि इस स्कीम के तहत 492 फ्लैट बनाने का प्रपोजल तैयार किया गया था। टू बेडरूम फ्लैट की कीमत ही 1.47 करोड़ रुपये रखी गई थी जबकि थ्री बेडरूम 1.79 करोड़ रुपये में मिलेगा। ईडब्ल्यूएस कैटेगरी का फ्लैट लेना भी आसान नहीं था। इसकी संभावित कीमत 50 लाख रुपये है। वन बेडरूम फ्लैट 94 लाख रुपये में मिलता। फ्लैट के महंगे रेट का बोर्ड मीटिंग में मेंबर्स ने विरोध किया।
14 जुलाई के अंक में दैनिक जागरण ने इस स्कीम के महंगे फ्लैट का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। इसमें यह स्पष्ट किया था कि हाउसिंग बोर्ड वेलफेयर के लिए नहीं बल्कि प्रॉपर्टी डीलरों की तरह महंगे फ्लैट्स बेचकर कमाई करना चाहता है। इसी लाइन पर मंगलवार को बोर्ड की मीटिंग में बोर्ड मेंबर प्रेम कौशिक और तरसेम गर्ग ने अधिकारियों के सामने सवाल उठाया। प्रेम कौशिक ने कहा कि इतने महंगे रेट पर कोई भी फ्लैट नहीं लेगा। उन्होंने सुझाव दिया कि स्कीम लांच करने से पहले यह पता लगा लेना चाहिए कि कोई इस रेट में फ्लैट लेना भी चाहता है या नहीं।
उन्होंने कहा कि इस रेट में कोई एक भी फ्लैट नहीं लेगा। जिसके बाद स्कीम लांच करने से पहले डिमांड सर्वे कराने का फैसला लिया गया। वहीं, सेल्फ फाइनेंसिंग हाउसिंग स्कीम का मामला कोर्ट में होने के कारण चर्चा नहीं हुई। प्रेम कौशिक ने पेनल्टी देकर वॉयलेशन हटाने की छूट का दायर उन लोगों तक बढ़ाने की मांग रखी जिनको वॉयलेशन के बाद नोटिस दिए गए हैं। कौशिक ने कहा कि एक ही स्कीम में लोगों को अलग-अलग लाभ नहीं दिया जाना चाहिए। इस पर बोर्ड ने सहमति दे दी।
पोस्टों की भर्ती को मिली मंजूरी बोर्ड ने टेक्निकल और नॉन टेक्निकल ग्रुप ए, बी, सी कैटेगरी के 100 रिक्त पदों को भरने की अनुमति भी दे दी है। इन्हें भरने की प्रक्रिया पर काम अब शुरू किया जा सकेगा। यूटी प्रशासन की तर्ज पर ही हाउसिंग बोर्ड भी रिक्रूटमेंट एजेंसी के माध्यम से इन पदों को भरेगा। पंजाब यूनिवर्सिटी के यूआइएएमएस को ही बोर्ड भी रिक्रूटमेंट एजेंसी बनाएगा। कांट्रेक्ट बेसिज, डायरेक्ट रिक्रूटमेंट और रिटायर्ड कर्मचारियों की भर्ती इसी माध्यम से होगी।
फ्लैट में वॉयलेशन का पांच हजार में चलेगा पता
अगर आप हाउसिंग बोर्ड का कोई फ्लैट खरीदने का विचार कर रहे हैं लेकिन किसी तरह के फर्जीवाड़ा होने से डर रहे हैं। फ्लैट में किसी तरह की वॉयलेशन तो नहीं, यह पता करना चाहते हैं तो यह आपको फ्लैट लेने से पहले ही पता चल जाएगा। इसके लिए बोर्ड ने पांच हजार रुपये की फीस के बदले यह जानकारी देने का फैसला लिया है।