248 कचरे की गाड़ियां कम प्रोसेस कर रहा प्लांट
यादव ने मंगलवार शाम को डड्डूमाजरा के जेपी प्लांट का औचक निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर की हालत बिगड़ने पर नगर निगम कमिश्नर केके यादव ने मंगलवार शाम को डड्डूमाजरा के जेपी प्लांट का औचक निरीक्षण किया। जहां पर जमा कचरे के लिए कमिश्नर ने प्लांट के कर्मचारियों को फटकार भी लगाई। कमिश्नर ने एमओएच डॉ. अमृत वड़िंग को निर्देश दिए कि जो शहर में कचरे के ढेर लगे हुए हैं, उन्हें 48 घंटे के भीतर निपटाया जाए। निगम के नुकसान की भरपाई भी प्लांट करेगा
इस दौरान कमिश्नर ने प्लांट में आने वाली गाड़ियों की एंट्रीज और लाग बुक को चेक किया। कमिश्नर यह देखकर हैरान हो गए कि 15 दिन पहले तक प्रतिदिन 450 गाड़ियां भरकर कचरे की प्रोसेस करने के लिए आ रही थी लेकिन उसके बाद कचरे की गाड़ियां कम होकर 202 आनी शुरू हो गई। ऐसे में 248 गाड़ियां कम हो गई। मालूम हो कि अधिकारियों ने कमिश्नर को बताया कि अब प्लांट शहर का सारा कचरा प्रोसेस करने के लिए नहीं ले रहा है। कमिश्नर ने सख्ती दिखाते हुए चीफ सेनीटरी इंस्पेक्टर और सेनीटरी इंस्पेक्टर को निर्देश दिए हैं कि वह 24 घंटे शिफ्ट वाइज प्लांट में होने वाले गारबेज की प्रोसेसिग पर निगरानी रखे। इसके साथ ही कमिश्नर ने एमओएच को प्लांट को नोटिस जारी करने के भी आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही कमिश्नर ने एमओएच को कहा है कि प्लांट के अंदर कचरा ले जाने वाले वाहनों को जो नुकसान हुआ है, उसका आकलन किया जाए। प्लांट के अंदर पानी जमा होने से वाहनों को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा प्रवेश द्वार पर कीलें होने से टायर पंचर हुए हैं। नगर निगम के अनुसार वाहनों को हुए नुकसान की भरपाई भी प्लांट से की जाएगी। हर वाहन का सही समय होगा दर्ज
कमिश्नर ने जेपी प्लांट के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्लांट में प्रवेश करने वाले हर वाहन का सही समय का उल्लेख दर्ज किया जाए। कचरा उतारने के बाद यह भी जांच की जाए कि एक वाहन ने प्लांट के अंदर कचरा उतारने में कितना समय लगाया है। कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बिना कोई देरी किए हुए कचरा अंदर ले जाने वाले नगर निगम के वाहनों के उचित प्रवेश और निकासी बनाई जाए। कमिश्नर ने जलभराव होने पर पानी निकालने का सिस्टम पूरा करने के भी आदेश दिए। कमिश्नर ने प्लांट के अंदर जमा पिछले कचरे को स्टाक को भी दैनिक आधार पर निपटारा करने के निर्देश दिए हैं। इस सारे कचरे को भी लॉगबुक में शामिल करने के लिए कहा गया है।