आग लगने की सूरत में एनडीआरएफ की ली जाएगी मदद
जागरण संवाददाता मोहाली प्रशासन की ओर से फैक्ट्रियों औद्योगिक इकाईयों का फायर सेफ्ट ऑडिट करवाया गया।
जागरण संवाददाता, मोहाली : प्रशासन की ओर से फैक्ट्रियों, औद्योगिक इकाईयों का फायर सेफ्टी ऑडिट करवाया जाएगा। इसके साथ-साथ प्रशासन की ओर से फैसला लिया गया है कि आग लगने की स्थिति में इससे निपटने के लिए एनडीआरएफ का भी सहयोग लिया जाएगा। लोगों को आग से निपटने के प्रति जागरूक करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि आग लगने की स्थिति में कम नुकसान हो। इसके लिए फायर बिग्रेड के साथ मिलकर ऊंची इमारतों में मॉक ड्रिल भी करवाई जाएगी। ध्यान रहे कि हाल ही में डेराबस्सी में केमिकल फैक्ट्री में लगी आग में तीन लोगों की जान चली गई थी। हालांकि प्रशासन की ओर से सूरत की घटना के बाद शहर के 300 संस्थानों पर आग को लेकर एक ऑडिट भी करवाया गया था। जिसमें ये साफ हो गया था कि इमारतों में आग से निपटने के इंतजाम नहीं है। ऑडिट के बाद होगी स्थिति साफ
जिले के डीसी गिरीश दयालन ने कहा कि औद्योगिक इकाईयों का ऑडिट करवाने के बाद ही स्थिति साफ होगी कि क्या इनमें आग से निपटने के इंतजाम है? अगर है तो वे कितने कारगर हैं। अगर फायर सेफ्टी सिस्टम नहीं है तो इन इकाईयों को फायर विभाग की ओर से एनओसी जारी कैसे की गई। जिसके बाद दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी। मोहाली व आसपास के क्षेत्रों में लगातार आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। जिस कारण जानी और माली नुकसान हो रहा है। मोहाली में फायर बिग्रेड के पास संसाधनों की भी कमी है। दो फायर स्टेशन मिलेंगे जल्द
मोहाली को जल्द ही दो नए फायर स्टेशन मिलेंगे। इसके लिए नगर निगम की ओर से मंजूरी दी जा चुकी है। फायर स्टेशनों को लेकर गेंद स्थानीय निकाय विभाग के पाले में है। अगर स्थानीय निकाय विभाग से मंजूरी मिल जाती है तो मोहाली को बड़े स्तर पर आगजनि की घटनाओं से निपटने में राहत मिलेगी। हाल ही में जीरकपुर व कुराली को भी फायर टेंडर दिए गए हैं। ताकि आग लगने की सूरत में फौरन राहत इन फायर टेंडरों से मिल सके।