हॉस्टल एडमिशन प्रोसेस को चेक करने हॉस्टल पहुंचे वीसी
जागरण संवाददाता चंडीगढ़ पंजाब यूनिवर्सिटी में चल रहे एकेडमिक एडमिशन के अलावा हॉस्टल एडमिशन को चेक करने पहुंचे पीयू वीसी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी में चल रहे एकेडमिक एडमिशन के अलावा हॉस्टल एडमिशन की प्रक्रिया को चेक करने के लिए वाइस चांसलर प्रो. राजकुमार रविवार को हॉस्टल पहुंचे। उनके साथ डीएसडब्ल्यू वुमन डॉ. नीना कपलाश, डॉ. इम्मैनुअल नाहर भी मौजूद रहे। हॉस्टल नंबर तीन और चार का विजिट करने के बाद वीसी ने हॉस्टल एडमिशन के लिए निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि सभी हॉस्टल के बाहर उचित वेटिंग एरिया होना चाहिए। जहां पर स्टूडेंट्स के अभिभावक इंतजार कर सके। यह एरिया बेहतर तरीके का होना चाहिए। जहां पर साफ-सफाई के अलावा बैठने का भी उचित प्रबंध होना चाहिए। उन्होंने एनआरआइ स्टूडेंट्स और पीएचडी स्टूडेंट्स को भी हॉस्टल देने की व्यवस्था पर बात की। जिसमें उन्होंने कहा कि पीयू स्टूडेंट्स को हॉस्टल मुहैया कराना पहला कर्तव्य होना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने एडमिशन के लिए बनाए गए सॉफ्टवेयर की भी जानकारी ली। जिसमें एडमिशन के लिए अप्लाई कर रहे स्टूडेंट्स की जानकारी अपडेट होगी। इसके अलावा हॉस्टल मिलने के बाद की भी पूरी जानकारी डिस्पले होगी, ताकि हॉस्टल देने में किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं हो। जो स्टूडेंट्स उपयुक्त हो उसी को हॉस्टल मिलना चाहिए। उल्लेखनीय है कि स्टूडेंट्स काउंसिल की मांग पर पीयू पहली बार ऑनलाइन तरीके से हॉस्टल एडमिशन कर रहा है। रैगिग पर हो कड़ी कार्रवाई
वीसी ने सभी हॉस्टल वार्डन को भी निर्देश जारी किया कि हॉस्टल में रैगिग को रोकने के लिए स्पेशल कमेटी का गठन होना चाहिए। जिसमें हॉस्टल वार्डन खुद होने के साथ-साथ कुछ ऐसे स्टूडेंट्स शामिल हो, जोकि रैगिग जैसे कार्यो को रोकने में सक्षम हो। वहीं उन्होंने कमेटी से हर हॉस्टल में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करने के भी निर्देश जारी किए हैं। पहला दिन हॉस्टल से संबंधित होना चाहिए, दूसरा यूनिवर्सिटी और तीसरा दिन ओपन हाउस का होना चाहिए। जहां पर स्टूडेंट्स अपनी प्रतिभा को उभार सके और उन्हें पीयू और हॉस्टल के नियमों की भी जानकारी मिल सके।