शहर में कोचिंग ले रहे इंडियन हैंडबाल टीम के भावी गोलकीपर
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : डीएवी कॉलेज -10 में स्थित देश के इकलौते ओपन एयर हैंडबॉल सिंथेटिक
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : डीएवी कॉलेज -10 में स्थित देश के इकलौते ओपन एयर हैंडबॉल सिंथेटिक कोर्ट पर इन दिनों गोलकीपर्स के लिए स्पेशल कैंप का आयोजन किया गया है। कैंप में अलग-अलग राज्यों के 16 गोलकीपर्स कोचिंग ले रहे हैं। इन्हें भारतीय टीम के गोलकीपर अतुल प्रशिक्षण दे रहे हैं।
अतुल ने बताया कि यह अपनी तरह का देश का पहला कैंप हैं, जहां खासतौर पर गोलकीपर्स को ही ट्रेंड किया जाएगा। इन गोलकीपर्स को हैंड, आई और बॉडी कोऑर्डिनेशन की खास प्रेक्टिस करवाई जा रही है। देश के अलग-अलग राज्यों के 16 खिलाड़ी ले रहे हैं कोचिंग
देश के दो बार एशियन गेम्स में गोलकीपिंग कर चुके भारतीय हैंडबॉल टीम के गोलकीपर अतुल ने बताया कि इस कैंप में गोवा से दीपक, मध्य प्रदेश से चैतन्य शर्मा और हरीश गिल, हरियाणा से शुभम यादव, सीआईएसएफ से मनजीत कुमार और दुर्गा मांझी, कर्नाटक से रेयान, पंजाब से बलजिंदर और रेजन, जम्मू कश्मीर से वरूण शर्मा कोचिंग ले रहे हैं। वहीं कैंप में चार गर्ल्स गोलकीपर भी ट्रेनिंग ले रही हैं। इसमें हरियाणा से मंजू और मोनिका, महाराष्ट्र से दीपाली और यूपी से अंकिता कोचिंग ले रही हैं। नेशनल रेफरी नरेंद्र सिंह भी कर रहे सहयोग
अतुल ने बताया कि इस तरह की ट्रेनिंग यूरोपियन देशों में दी जाती है। यह कैंप खासतौर पर गोलकीपर के लिए लगाया गया है। इसमें हम गोलकीपर को फिटनेस और रिएक्शन एबिल्टिी की ट्रेनिंग दे रहे हैं। इसके लिए उनके हैंड, आई और बॉडी के कोर्डिनेशन को बेहतर बनाने के लिए अलग-अलग तरह की हाईटेक ट्रेनिंग दी जा रही है। इस कैंप में उनके साथ एनआईएस हैंडबॉल कोच भीम शर्मा और मानव प्रीत बाबा और हैंडबॉल के नेशनल रेफरी नरेंद्र सिंह भी सहयोग कर रहे हैं। डीएवी में देश का इकलौता ओपन एयर हैंडबॉल सिंथेटिक कोर्ट
एथलेटिक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट प्रो. रविंद्र चौधरी ने बताया कि डीएवी कॉलेज-10 में देश का पहला ओपन एयर सिंथेटिक हैंडबॉल कोर्ट है। इंडियन टीम के गोलकीपर अतुल भी डीएवी कॉलेज के पूर्व छात्र रहे हैं, भविष्य में शहर से हैंडबॉल के और खिलाड़ी निकलें उसी दिशा में यह कैंप आयोजित किया गया था। अंतरराष्ट्रीय पर बेहतर कर रही है टीम इंडिया
अतुल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय हैंडबॉल टीम काफी बेहतर प्रदर्शन कर रही है। हाल ही में जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्स में हमारी टीम टॉप टेन रही। प्रतियोगिता में टीम ने कई मजबूत टीमों को हराया। खिलाड़ी भी अब हैंडबॉल में अपना भविष्य देख रहे हैं, जोकि खेल के लिए अहम है।