पंजाब में बारिश से रेडअलर्ट व स्कूल-कॉलेज बंद, पांच मरे, सीएम बाेले- बिना जरूरी घर से न निकलें
पंजाब में लगातार बारिश से आपात स्थिति पैदा हो गई है। चारों ओर बाढ़ का नजारा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों से कहा है कि बहुत जरूरी होने पर ही अपने घरों से निकलें।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा में लगातार बारिश से आफत आ गई है। सरकार ने गंभीर हालात को देखते हुए रेडअलर्ट जारी कर दिया है और सेना व एनडीआरएफ को मदद के लिए तैयार रहने को कहा है। पंजाब में इस कारण शहरी और ग्रामीण इलाकों में पानी भर गया है। बारिश का पानी से सड़कें तालाब में बदल गई हैं और घरों में भी पानी भर गया है। चारों ओर, बाढ़ का नजारा है। राज्य में 25 सितंबर को स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। तेज बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली और चंडीगढ़-शिमला मार्ग बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही कालका-शिमला रेलमार्ग को भी बंद कर दिया गया है। राज्य में बारिश के कारण हुए हादसाें में पांच लोगों की तौत हाे गई और 19 लोग घायल हो गए।
भाखड़ा डैम के पास भूस्खलन, नंगल भाखड़ा- नैना देवी मार्ग बंद,40 लोग फंसे
भाखड़ा डैम के निकट साेमवार देर शाम भूस्खलन हो गया। इससे नंगल भाखड़ा- नैना देवी मार्ग पर यातायात ठप हाे गया। भाखड़ा डैम के दूसरी तरफ नैना देवी मार्ग पर करीब 40 लोग फंसे हुए हैं।
चंडीगढ़ से मनाली व शिमला सड़क मार्ग बंद किया गया, कालका-शिमला ट्रेन भी बंद
बारिश के कारण हादसों में कई लोगों की जान चली गई है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों से अपील की है कि जरूरी होने पर ही घर से निकलें। पंजाब में आपात स्थिति जैसे हालात पैदा हाे गए हैं। साेमवार को बारिश के कारण हुए हादसों में एक बच्ची और किशोर की मौत हो गई। इसके अलावा 12 लोग घायल हो गए। रविवार को बारिश से हुए हादसों में छह लोगों की मौत हो गई थी।
चंडीगढ़ में सोमवार को एक बयान में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लाेगों से बारिश के मद्देनजर सतर्क किया। कैप्टन अमरिंदर ने लोगों से अपील की कि अगले 24 घंटे तक सावधान रहें। उन्होंने कहा कि इस दौरान अति आवश्यक कार्य होने पर ही घरों से बाहर निकलें।
बारिश के कारण हादसे, पांच की मौत व 19 घायल
बारिश के कारण हुए अलग-अलग हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई। 19 लोग घायल हो गए। कपूरथला के मोहल्ला मेहताबगढ़ में छत गिरने से रुलदू राम की बेटी सिमरन व बेटा हरी लाल की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए। गांव बूटा में छत गिरने से नौजवान गुरमेज सिंह की मौत हो गई। इसके अलावा जिले में विभिन्न स्थानों पर मकानों के गिरने से 14 लोग घायल भी हो गए है।
जालंधर के सोढल मेले में स्टॉल लगाने राजस्थान से आए परिवार की 8 माह की बच्ची की बारिश के पानी में डूबने से मौत गई। बच्ची फुटपाथ पर मां-बाप के साथ सो रही थी। रविवार देर रात को लुढ़ककर सड़क पर चली गई जहां पानी भरा था, लेकिन मां-बाप को इसका पता नहीं चला। सुबह उसका शव पानी में तैरता हुआ मिला। मानसा के गांव साधूवाला में मकान की छत गिरने से सज्जन देवी (85) की मौत हो गई। उधर, तरनतारन के भिखीविंड में सोमवार सुबह कसूर नाले में 14 वर्षीय गुरबीर सिंह उर्फ गोरा बह गया। देर शाम तक उसकी तलाश जारी थी।
सरकार ने सेना और एनडीआरएफ को तैयार रहने को कहा
बारिश के मद्देनजर पंजाब सरकार ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। सरकार ने 25 सितंबर को सरकारी व प्राइवेट स्कूल व कालेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। पंजाब सरकार ने सेना को भी तैयार रहने को कहा है। साथ ही मुख्यमंत्री ने एनडीआरएफ को तैयार रहने काे कहा है। जानकारी के अनुसार अभी तक करीब 200 मिली मीटर बारिश हो चुकी है। परेशानी की बात यह है कि पौंग डैम से अगर पानी छोड़ा जाता है तो इसका असर निचले क्षेत्रों पर आ सकता है। हालांकि भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड (बीबीएमबी) ने पंजाब सरकार को भरोसा दिलवाया है कि वह जहां तक होगा पानी को स्टोर करेंगे। इस बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह स्थिति का जायजा लेने के लिए आपातकालीन बैठक की।
रूपनगर में बारिश से सड़क जमा पानी और गिरा पेड़।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की स्थिति में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को खाने के पैकेट व पशु पालन विभाग को जानवरों के लिए चारा आदि का इंतजाम करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश दिया है कि वह बारिश से होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए तैयार रहे। मुख्यमंत्री ने जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को स्थिति पर सीधे नजर रखने का भी आदेश दिया है। इस बीच वित्त विभाग ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए 7.40 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी है।
भाखड़ा और पौंग डैम में जलस्तर में लगातार वृद्धि
यहां अायोजित उच्चस्तरीय बैठक में बीबीएमबी के चेयरमैन डीके शर्मा ने बताया कि वर्तमान में भाखड़ा डैम में 1655. 49 फीट पानी पानी है। भाखड़ा डैम की क्षमता 1680 फीट है। डैम का जलस्तर सुबह 1653.84 फीट था। हालात को देखते हुए डैम से छोड़े जा रहे पानी (ऑउट फ्लो) को कम कर दिया गया है। अब डैम से 19414 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। आज आउटफ्लो को कम करके 9788 क्यूसेक कर दिया गया है।
इसी प्रकार पौंग डैम में 1385.12 फीट पानी है। पौंग की क्षमता 1390 फीट है। अहम पहलू यह है कि पौंड डैम में पानी की आवक में खासी तेजी आई है। सोमवार को 1.66 लाख क्यूसिक पानी की आवक रही। इस बीच पंजाब से राजस्थान के लिए 14,000 क्यूसिक पानी लगातार छोड़ा जा रहा है। चूंकि पंजाब में सिंचाई के लिए पानी की जरूरत नहीं है। जबकि राजस्थान में मांग बनी हुई है।
भाखड़ा डैम के जलस्तर के बारे में अपडेट किया गया बोर्ड।
विशेष गिरदावरी के आदेश
तीन दिन से हो रही भारी बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह विशेष गिरदावरी के आदेश जारी किए है। धान की फसल पक रही है। ऐसे में बारिश के कारण पंजाब के विभिन्न हिस्सों में फसल को नुकसान होने की सूचना है। जिसे देखते हुए ही मुख्यमंत्री ने विशेष गिरदावरी के आदेश दिए है।
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होशियारपुर के सुंदरनगर में भरा चो का पानी।
लुधियाना में डेयरी का लेंटर गिरा
लुधियाना के डाबा इलाके में एक डेयरी फार्म का लेंटर गिर गया। इसके मलबे में दर्जनों मवेशी दब गए। बताया जाता है कि डेयरी का लेंटर तेज जोरदार बारिश कारण गिरा है। डेयरी में फार्म में 120 के करीब मवेशी थे। जिनमें से 100 के करीब मवेशियों को निकाल लिया गया। बाकि लेंटर के नीचे दबे हैं और इनमें कई की मौत की अाशंका है। खन्ना के कुछ इलाकों में पुलिस ने कच्चे मकान खाली कराए है। लगातार तेज बरसात से लोगों में दहशत है और चारों ओर बाढ़ सा नजारा है। लोगों को धर्मशालाओं में भेजा जा रहा है।
खन्ना के पास सतलुज नदी में आए उफान का अवलोकन करते अधिकारी।
सतलुज सहित कई नदियां उफान पर
लगातार बारिश से सतलुज सहित कई नदियां उफान पर है। लुधियाना में अधिकारियों ने माछीवाड़ा साहिब, दोराहा, समराला और पायल में सतलुज के जलस्तर की भी जांच की। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। रूपनगर जिले के आनंदपुर साहिब क्षेत्र के गांव लोदीपुर में सतलुज नदी का पानी घुस गया है। पानी अभी आबादी क्षेत्र से दूर है, लेकिन खेत जलमग्न हो गए हैं।
रुपनगर के गांव लोदीपुर में सतलुज नदी में आ उफान।
होशियारपुर जिले में भी बारिश से हालत गंभीर है। होशियारपुर में सुंदरनगर इलाके में चो (झील) का पानी घुस गया है। लगातार बारिश से चो उफान पर है और इसका पानी रिहायशी इलाके में घुस गया है। 200 के करीब घर पानी की चपेट में हैं। होशियारपुर में जहांखेला के पास एक मिनी बस पलट गई। इससे 12 यात्री घायल हो गए।
धान की फसल काे नुकसान, खेतों में बिछी
तीन दिन हो रही मुसीबत की बारिश से फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। कई जिलों में धान की फसल खेतों में बिछ गई। भारी बारिश के कारण पंजाब में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। नवांशहर के गांव चूहड़ में मकान की छत गिरने से सो रहे मोहन महतो (35) और उसके बेटे गरजेश महतो (12) हो गई। पत्नी शीला (33) और बेटे हेमराज महतो (14) घायल हो गए। बरनाला के शैहणा में भी बारिश के कारण दीवार गिरने से 24 वर्षीय गीता की जान चली गई।
अमृतसर में भारी बारिश के कारण कंपनी बाग के सामने माल रोड की धंसी हुई सड़क।
अमृतसर जिले के अनगढ़ इलाके में रविवार को बारिश के चलते आरा फैक्टरी की छत गिर गई। हादसे में मंजीत सिंह नामक व्यक्ति की मौत हो गई। मलबे में फंसे तीन लोगों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। लुधियाना में रविवार को बारिश के बीच कार बेकाबू होकर स्ट्रीट लाइट के पोल से टकरा गई, जिससे दो लोगों की मौत हो गई। कार भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
बठिंडा में बारिश से तीन रजबाहे टूटे, 700 एकड़ फसल डूबी
बठिंडा में बारिश के कारण तीन रजबाहों के टूट गए। इससे जिले में 700 एकड़ के करीब धान की फसल जलमग्न हो गई।
पूर्वानुमान : बारिश की संभावना
इंडिया मैट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट चंडीगढ़ के पूर्वानुमान के अनुसार डाय साइकलोन व वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव की वजह से मंगलवार को भी बारिश की संभावना है। विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला, पठानकोट में अधिक बारिश हो सकती है।
पंजाब में 6 फीसद कम बारिश
इस मानसून सीजन में पंजाब में छह फीसद बारिश कम हुई है। राज्य में अगर 470.7 एमएम बारिश हो जाती है तो इसे सामान्य मानसून कहा जाता है, लेकिन पंजाब में अभी तक 442.8 एमएम बारिश हुई है, जोकि समान्य तापमान से छह फीसद कम है। राज्य में इस बार सबसे ज्यादा बारिश रोपड़ जिले में हुई। रोपड़ में अभी तक 1125.4 एमएम बारिश हो चुकी है, जो कि सामान्य मानसून (706.8) एमएम से 59 फीसद ज्यादा है। सबसे कम बारिश फिरोजपुर जिले में हुई। फिरोजपुर में अभी 83.7 एमएम बारिश हुई है, जो किऔसत सामान्य मानूसन (341.2) का 75 फीसद कम है।
ब्यास नदी का रौद्र रूप, मनाली-चंडीगढ़ एनएच जलमग्न
दूसरी आेर, लगातार बारिश से ब्यास नदी ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया है। नदी में पानी की आवक सात साल बाद एक लाख क्यूेसक का आंकड़ा पार कर गई है। कैचमेंट क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश से ब्यास में पानी की आवक 1.10 लाख क्यूसेक तक पहुंच गई है। 2011 में यह आंकड़ा बरसात में 1.36 लाख क्यूसेक था। इस बार सितंबर के अंतिम सप्ताह में यह स्थिति है। पंडोह बांध से निचली तरफ 88,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।
पंडोह बांध में रात भर कचरा निकालने का काम चलता रहा। बीबीएमबी के आला अधिकारियों ने बांध पर डेरा डाल रखा है। मनाली चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग अब भी दवाड़ा में पूरी तरह से जलमग्न है। रविवार से ही मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद है। हजारों वाहन मार्ग के दोनों तरफ फंसे हुए हैं। इससे लोगों को दिक्कताेंं का सामना करना पड़ रहा है। वैकल्पिक मार्ग मंडी कमांद कटौला-बजौरा पर जाम की स्थिति बनी हुई है।
पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग मैगल के पास आधी रात को हुए भूस्खलन से बंद है। मार्ग बहाली के लिए जेसीबी लगाई गई है। इस मार्ग पर भी सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश से जहां आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।वहीं, यह बारिश राष्ट्रहित की दो बड़े प्रोजेक्टों भाखड़ा व पौंग बांध के लिए वरदान बन गई है।