कैप्टन ने पद का दुरुपयोग कर खरीदी जमीन: खैहरा
-नेता प्रतिपक्ष का आरोप, पीएलपीए के अधीन है जमीन, जाच की माग -कई वरिष्ठ अधिकारियों पर भी जमीन खरीद
-नेता प्रतिपक्ष का आरोप, पीएलपीए के अधीन है जमीन, जाच की माग
-कई वरिष्ठ अधिकारियों पर भी जमीन खरीदने का आरोप
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राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व आम आदमी पार्टी के विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने मंगलवार को मीडिया के सामने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल के पाच सितारा रिजॉर्ट व होटल सुखविला के पास पालनपुर सिसवा में छह एकड़ जमीन खरीदी है।
खैहरा ने आरोप लगाया कि यह जमीन पंजाब लैंड प्रिसर्वेशन एक्ट (पीएलपीए) के अधीन आती है। इसलिए इस जमीन पर निर्माण नहीं करवाया जा सकता, जबकि कैप्टन के मीडिया एडवाइजर रवीन ठुकराल कह रहे हैं कि जमीन पर आवास का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले की जाच के लिए उन्होंने मुख्य सचिव करन अवतार सिंह को पत्र लिखा है।
खैहरा ने कहा कि 3 फरवरी, 2003 को चंडीगढ़ के आसपास की जंगलात विभाग की व अन्य ऐसी जमीन को खरीदा या बेचा नहीं जा सकता, जिससे भौगोलिक स्थिति पर कोई असर पड़ता हो। उन्होंने कहा कि यही वजह थी कि 2003 में पीएलपीए बनाकर सरकार ने इस प्रकार की जमीनों की बिक्री व निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही चंडीगढ़ के आसपास जंगलात विभाग की जमीन पर भी इसी प्रकार के आदेश थे। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल ने भी जंगलात विभाग की काफी जमीन पर निर्माण करवा कर 'सुखविला' तैयार करवाया है। अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी उसी ढर्रे पर चल रहे हैं।
खैहरा ने कहा कि पीएलपीए का नोटिफिकेशन 3 फरवरी को खत्म हो रहा है। उसके बाद इस जमीन की कीमत आसमान छुएगी। यही वजह है कि नेता व अधिकारी मिलकर इन इलाकों में जमीन खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे आरटीआइ से इसकी जानकारी भी मागेगे कि बीते छह माह में इस प्रकार की कितनी जमीन की खरीद-फरोख्त की गई है। क्योंकि हाल ही में राणा गुरजीत सिंह ने भी इसी प्रकार की 400 एकड़ से ज्यादा जमीन खरीदी है।
लुधियाना चुनाव की तारीख कैप्टन कैसे घोषित कर सकते हैं
खैहरा ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के उस बयान को लेकर भी उन्हें कठघरे में खड़ा किया, जिसमें उन्होंने लुधियाना नगर निगम चुनाव 24 फरवरी को करवाने के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा कि इससे सिद्ध हो गया है कि सरकार व चुनाव आयोग कैसे एक दूसरे के लिए काम कर रहे हैं।
सरकार ने खारिज किए खैहरा के आरोप
पंजाब सरकार ने सुखपाल खैहरा की ओर से मुख्यमंत्री पर लगाए आरोपों को पूरी तरह निराधार और दुर्भावनापूर्ण करार दिया है। एक प्रेस बयान में मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने बताय कि कैप्टन अमरिंदर की ओर से खरीदी गई जमीन पालनपुर में नहीं थी, बल्कि सिसवां में थी, जिसे पूर्व अकाली-भाजपा सरकार ने पीएलपीए के तहत वर्ष 2011 में डिनोटिफाई किया था। ठुकराल ने कहा कि खैहरा आमतौर पर ऐसे झूठे आरोप लगाते रहते हैं। इस पूरे मामले में नियमों के उल्लंघन का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। मुख्यमंत्री ने सभी कानूनी मापदंडों व प्रक्रिया का पालन किया था। आम आदमी पार्टी के नेता गलत प्रचार का सहारा लेकर झूठे आरोप लगा रहे हैं।
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ट्रिब्यूनल की रिपोर्ट में बड़े नेताओं, अधिकारियों के नाम
चंडीगढ़: पीएलपीए होने के बावजूद बड़े बड़े अधिकारियों, राजनेताओं और बिल्डरों ने इस एरिया की जमीन पर कब्जा कर रखा है। हाईकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस कुलदीप सिंह की अगुवाई में एक ट्रिब्यूनल बनाया गया, जिन्होंने अपनी रिपोर्ट में इस एरिया में जमीनें लेने वाले बड़े बड़े अधिकारियों, तब के मंत्रियों और राजनेताओं के नाम उजागर किए। हालांकि, इस पर कार्रवाई करने की बजाय यह रिपोर्ट आज भी धूल फांक रही है। अब एक बार फिर से नजरें नोटिफिकेशन पर लगी हुई हैं। यदि सरकार नोटिफिकेशन जारी नहीं करेगी तो बड़े बड़े बिल्डरों के लिए यहां जमीन लेकर उन्हें करोड़ों रुपये में बेचना आसान हो जाएगा।