राज्यपाल ने तीन वर्ष पहले शुरू परियोजनाओं का किया गुणगान
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने विधानसभा क
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने विधानसभा की तर्ज पर हाउस मीटिंग से एक दिन पहले सोमवार को चंडीगढ़ नगर निगम के पार्षदों को संबोधित किया। ऐसा पहली बार हुआ है। इस दौरान उन्होंने निगम की उन परियोजनाओं का गुणगान किया, जिनका तीन साल पहले ही काम शुरू हो चुका है। चंडीगढ़ कांग्रेस ने उनके भाषण को अव्यवहारिक और दिशाहीन बताया। पार्टी ने कहा कि इससे निगम को नया कुछ नहीं मिला है।
राज्यपाल ने आठ पेज की लिस्ट में कई परियोजनाओं की सराहना की, जिन पर निगम के पूर्व मेयर पहले ही अपने कार्यकाल में काम शुरू करवा चुके हैं। इनमें प्रमुख रूप से स्मार्ट पार्किंग, एलईडी लाइट्स और कजोली फेज-5, 6 से 29 एमजीडी पानी लाने का प्रोजेक्ट शामिल है। इन सब पर 2015 में ही काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा उन्होंने ग्रीन बेल्ट, पार्क और गार्डनों के विकास करने की भी सराहना की।
बड़े पैकेज की थी उम्मीद : बंसल
पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल भी मीटिंग के दौरान उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि भाषण पूरी से अव्यवहारिक था, क्योंकि इससे निगम को कुछ नहीं मिला है। उन्हें उम्मीद थी कि राज्यपाल निगम के लिए कोई बड़े पैकेज की घोषणा कर सकते हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के समय की परियोजनाओं का ही गुणगान किया है।
राज्यपाल की नसीहत, निगम बने आत्म निर्भर
अपने भाषण के दौरान राज्यपाल बदनौर ने चंडीगढ़ नगर निगम को नसीहत दी कि वे आत्म निर्भर बनें। उनका सीधा इशारा टैक्स लगाने की तरफ था। राज्यपाल ने कहा कि राजस्व बढ़ाने के लिए प्रशासन निगम के हर प्रस्ताव को हरी झंडी देगा। उन्होंने कहा कि निगम को बजट में भी इन सभी बातों का खास ध्यान रखना चाहिए कि उसके राजस्व कैसे बढ़े।
भाषण में ये बातें भी थी शामिल
राज्यपाल ने कहा कि स्मार्ट पार्किंग के जरिए निगम ने ओवरचार्जिग की समस्या को खत्म करने का अच्छा प्रयास किया। इसके अलावा पार्किंग में महिला कर्मचारियों को नियुक्त किया। स्मार्ट सिटी के अंडर ही निगम 40 हजार एलईडी लाइट्स लगा चुका है, जिससे कि 50 प्रतिशत बिजली का बिल कम आएगा। निगम ने 24 घंटे पानी की सप्लाई के प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहा है। इसके लिए 29 एमजीडी पानी पंजाब से लेने के लिए 30 अप्रैल तक इस प्रोजेक्ट का काम पूरा करने का निगम प्रयास कर रहा है। मलोया में पांच एमजीडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी इस वर्ष 31 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर के सफाई कर्मचारी आर्मी मैन की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ को ओपन डिफेक्शन फ्री घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि गार्डनों का विकास किया जा रहा है। कई एसोसिएशनें बेहतर ढंग से इनका रखरखाव कर रही हैं। राज्यपाल ने कहा कि निगम ने 28 कम्पोस्ट पिट्स बना ली हैं, ताकि हार्टिकल्चर वेस्ट से खाद बनाई जा सकें। इसके अलावा लोगों को स्वस्थ रहने के मकसद के लिए सभी पार्को में ओपन एयर जिम लगाई जा रही हैं। फायर विभाग में नए मोटर साइकिल शामिल किए गए हैं, ताकि तंग गलियों में जाकर भी आग बुझा सकें। उन्होंने कहा कि फायर कर्मी नवीन कुमार को अभी राष्ट्रपति अवार्ड मिला है, जोकि शहर के लिए गर्व की बात है। टैक्स ब्रांच ने कलेक्शन में 80 प्रतिशत प्रॉपर्टी को कवर कर लिया है, जिससे कि निगम का राजस्व भी बढ़ेगा। निगम ने डिजीटल इंडिया मिशन के अंदर कर्मचारियों के वेतन और हाउस अलॉटमेंट के लिए ई-सेवार्थ और ई-आवास प्रोजेक्ट शुरू किया है। उन्होंने कहा कि निगम को प्राइमरी हेल्थ सेंटर और प्राइमरी स्कूल चलाने के काम को रिव्यू करना चाहिए और उसका मकसद बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की तरफ होना चाहिए। इससे पहले मेयर देवेश मोदगिल ने उनका स्वागत किया।
पेट्रोल पंप चलाएगा निगम, दो पंप के लिए मिली जगह
राज्यपाल ने नगर निगम को दो पेट्रोल पंप के लिए जगह अलॉट की है। इन दोनों पेट्रोल पंप को निगम खुद ही चलाएगा। इससे पहले शहर में सिटको दो पेट्रोल पंप चला रही है। पेट्रोल पंप से निगम का प्रयास अपने आय के स्रोत बढ़ाने की तरफ रहेगा, क्योंकि सिटको को भी हर माह इससे अच्छा राजस्व प्राप्त होता है।
पूर्व सांसद और मेयर थे उपस्थित
निगम हाउस की गैलरी में पूर्व सांसद एवं मेयर उपस्थित थे। पूर्व सांसद सत्यपाल जैन, पूर्व मेयर सुभाष चावला, रविंदर सिंह पाली, पूनम शर्मा, कमलेश, केवल कृष्ण आदिवाल, हरजिंदर कौर, हरफूल चंद्र कल्याण, सुरिंदर सिंह और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन उपस्थित थे।
चावला ने मोदगिल के भाषण पर ली चुटकी
मेयर देवेश मोदगिल ने कहा कि नगर निगम का गठन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, जब वह चंडीगढ़ भाजपा के प्रभारी होते थे। कांग्रेस के पूर्व मेयर सुभाष चावला ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि ये अच्छा हुआ कि मेयर ने उन्हें इस संबंध में बता दिया, क्योंकि उन्हें इसके बारे जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि निगम का गठन वर्ष 1994 में किया गया था। उस समय पवन बंसल शहर के सांसद होते थे। उनके कार्यकाल के दौरान ही लोकसभा में यह बिल पेश किया गया था, जिसे कि बाद में मंजूरी दी गई थी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी उस समय चंडीगढ़ भाजपा के सिर्फ प्रभारी थे।