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धर्म की स्थापना के लिए अवतरित हुए श्रीकृष्ण : स्वामी विश्वासानंद

जागरण संवाददाता, पंचकूला : पिछली दिन से पीर मुछल्ला निर्मल टॉवर में चल रही श्रीमद्महाभागवत कथा का रव

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Dec 2017 09:00 PM (IST)Updated: Mon, 11 Dec 2017 11:02 AM (IST)
धर्म की स्थापना के लिए अवतरित हुए श्रीकृष्ण : स्वामी विश्वासानंद
धर्म की स्थापना के लिए अवतरित हुए श्रीकृष्ण : स्वामी विश्वासानंद

जागरण संवाददाता, पंचकूला : पिछली दिन से पीर मुछल्ला निर्मल टॉवर में चल रही श्रीमद्महाभागवत कथा का रविवार को समापन हो गया। अंतिम दिन पार्षद एकता नागपाल विशेष अतिथि के रूप में पहुंची। नागपाल ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उनके साथ राजेश वशिष्ठ, कृष्णा मिश्रा व गौरव वशिष्ठ भी उपस्थित थे। श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए स्वामी विश्वासानंद महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की लीलाएं सुनाई। उन्होंने बताया कि धर्म को स्थापित करने के लिए श्रीकृष्ण अवतरित हुए थे। श्रीकृष्ण से ही प्रकृति उत्पन्न हुई। संपूर्ण प्राकृतिक पदार्थ, संपूर्ण प्रकृति का सृजन किया और उसे अपना महत्वपूर्ण कर्म समझा। अपने कार्य की सिद्धि के लिए उन्होंने साम-दाम-दंड-भेद सभी का उपयोग किया।


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