चंडीगढ़ पुलिस में जल्द शामिल होंगे बेल्जियम शेफर्ड डॉग
अमित कुमार गुप्ता, चंडीगढ़ : जितने वफादार हैं, उससे कहीं ज्यादा जिम्मेदार हैं चंडीगढ़ पुलिस के स्नीफ
अमित कुमार गुप्ता, चंडीगढ़ : जितने वफादार हैं, उससे कहीं ज्यादा जिम्मेदार हैं चंडीगढ़ पुलिस के स्नीफर डॉग। जोकि महत्वपूर्ण मामलों को सुलझाने में पुलिस कर्मियों से दस कदम आगे रहते हैं। एक्सप्लोसिव और ट्रैकर डॉग अपराधियों को ट्रेस करके पुलिस को उन तक पहुंचाते हैं। स्नीफर डॉग्स को बाकायदा इस सबकी ट्रेनिंग दी जाती है। इसके अलावा हाल ही में पुलिस ने बेल्जियम शेफर्ड डॉग का प्रपोजल बनाकर भी संबंधित विभाग को भेजा है। प्रपोजल को मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही ये डॉग भी स्नीफर डॉग में शामिल हो जाएंगे। चंडीगढ़ पुलिस के पास इस समय 9 स्नीफर डॉग हैं, जिनका इस्तेमाल जरूरत पड़ने पर ड्यूटी अनुसार किया जाता है। इन डॉग्स की खास बात ये है कि ये सिर्फ अपने ट्रेनिंग मास्टर का ऑर्डर मानते हैं, अगर कोई और इन्हें कमाड देता है तो ये रिस्पॉन्ड नहीं करते। इन डॉग्स के लिए कनाल भी बनाए जाते हैं, जहा ये आराम करते हैं। इनके लिए एक स्पेशल कुक भी अप्वाइंट किया गया है, जोकि इनके लिए खाने की व्यवस्था करता है।
तय की गई है खास डाइट
इतना ही नहीं इनके लिए एक खास डाइट भी तय की गई है, जिसके मुताबिक ही इन्हें दो समय खाना दिया जाता है। डाइट चार्ट की पूरी तरह से पालना की जाती है, ताकि इनका हाजमा दुरुस्त रहे। सुबह के समय इन्हें 10 से 10:30 बजे के बीच खाना दिया जाता है, जिसमें इन्हें 600 ग्राम मीट, आटे की रोटी, और अंडा दिया जाता है।
9 से 12 महीने तक ट्रेनिंग
पुलिस 3 माह के डॉग को ही स्नीफर डॉग में शामिल करती है। जिसका रजिस्ट्रेशन चेन्नई कैनल क्लब ऑफ इंडिया में होने के बाद इन्हें देश के अलग-अलग ट्रेनिंग सेंटर में भेज दिया जाता है। स्नीफर डॉग को 3 महीने में बेसिक ट्रेनिंग और अगले 6 महीने में एडवांस ट्रेनिंग दी जाती है। वहीं, नारकोटिक्स स्नीफर को 3 महीने बेसिक और 9 महीने के कड़ी ट्रेनिंग के बाद तैयार किया जाता है। इस दौरान ट्रेनिंग में मास्टर भी साथ जाता है।
लेब्रा ब्रीड के हैं डॉग
चंडीगढ़ पुलिस के पास 9 स्नीफर डॉग हैं। जिसमें 7 एक्सप्लोसिव स्नीफर और 2 ट्रैकर स्नीफर हैं। जोकि लेब्रा बीड के हैं। शहर के अलग-अलग हिस्सों में स्नीफर डॉग की ड्यूटी लगाई गई है। जिनमें डॉग को हाइकोर्ट, जिला अदालत, बस स्टैंड, पुलिस हेडक्वार्टर, पंजाब भवन, जैसे जगहों पर बारी-बारी से तैनात किया जाता है। स्नीफर डॉग 10 से 12 साल तक बूढ़े होने लगते हैं। जिसके बाद यह सुस्त हो जाते हैं।
क्राइम लोकेशन पर स्नीफर डॉग अपराधियों को पुलिस को काफी मदद मिलती है, जिससे केस सुलझने में आसानी होती है। इसके अलावा बेल्जियम शेफर्ड डॉग का प्रपोजल भेजा गया है, पास होने के बाद जल्द ही और स्नीफर डॉग को चंडीगढ़ पुलिस में शामिल किया जाएगा।
-डॉ. ईश सिंघल, एसपी, चंडीगढ़