सरकारी दफ्तरों में काम कर रही 51 फीसद महिलाएं कमर दर्द से पीड़ित
डॉ. रविंद्र मलिक, चंडीगढ़ : सरकारी दफ्तरों में महिलाओं पर काम का बोझ इस कदर है कि 51 फीसद महिलाएं कम
डॉ. रविंद्र मलिक, चंडीगढ़ : सरकारी दफ्तरों में महिलाओं पर काम का बोझ इस कदर है कि 51 फीसद महिलाएं कमर दर्द से पीड़ित हैं। लगातार कंप्यूटर पर काम करने के चलते ऐसा हो रहा है। दूसरी तरफ महिलाओं के बैठने की गलत मुद्रा भी कमर दर्द का सबब बन रही है। 54 फीसद शादीशुदा महिला कर्मचारियों को भी यह दिक्कत है। एक ही मुद्रा में बैठकर लगातार काम करने के चलते यह दिक्कत पेश आ रही है। इसका खुलासा पीजीआइ की रिसर्च में हुआ है। जो महिला कर्मचारी ज्यादा कपड़े धोने, कुकिंग और साफ-सफाई का करने का काम करती हैं, उनमें भी यह समस्या पाई गई है। हालांकि जो महिलाएं घरों में पोचा लगाती हैं, उनमें यह समस्या कम है। यह रिसर्च पीजीआइ के कम्युनिटी मेडिसन विभाग की पीएच स्कॉलर नेहा चानना ने प्रोफेसर अमरजीत सिंह के सुपरविजन में की है।
52 फीसद को दोपहिया वाहन पर बैठने से कमर दर्द
रिसर्च में यह भी निकलकर आया है कि जो महिला कर्मचारी ऑफिस या कहीं आने जाने में दोपहिया वाहन का ज्यादा इस्तेमाल करती हैं, उनको भी कमर दर्द की दिक्कत पेश आ रही है। 205 महिलाओं में से 111 को यह दिक्कत है, जो 52 फीसद है। जबकि कार का इस्तेमाल करने वाली महिला कर्मियों में यह दिक्कत कम है। 111 में से 58 को कमर दर्द है।
पैदल और बस का इस्तेमाल करने वाले भी परेशान
शोध में 84 ऐसी महिला कर्मचारियों को भी लिया गया है, जो कार्यालय आते हुए बस का इस्तेमाल करती हैं या फिर पैदल आती हैं, इनमें से 51.19 फीसद यानी 43 को कमर दर्द है।
कंप्यूटर पर काम से 47.52 फीसद को दिक्कत
कंप्यूटर पर लगातार काम करना भी कमर दर्द का एक बड़ा कारण है। 303 महिलाओं में से 144 ने माना कि वो लगातार कंप्यूटर पर काम करती हैं और एक ही मुद्रा में बैठने से उन्हें कमर दर्द की दिक्कत है। आंकड़ा 47.52 फीसद है।
30 साल से ज्यादा वाले 55 फीसद की हालत खराब
कमर दर्द उम्र बढ़ने के साथ ज्यादा हो रहा है। 30 से ज्यादा आयु वर्ग की महिला कर्मियों में यह आंकड़ा चिंताजनक है। इस आयु वर्ग की 311 महिलाओं में से 173 दर्द से परेशान हैं। आंकड़ा 5 फीसद से भी ज्यादा है, जोकि स्थिति की गंभीरता को दर्शा रहा है।
केवल 36 फीसद ही इलाज करवाती हैं
कमर दर्द को लापरवाही से लेने में वो पीछे नही हैं। केवल 36 फीसद महिलाएं ही इसका ट्रीटमेंट लेती हैं। 400 में से 202 ने कमर दर्द की बात मानी है तो 51 पहले से ही इससे गुजर रही हैं। कुल 253 महिलाओं में से केवल 73 ही ंट्रीटमेंट ले रही हैं।
पोचा लगाने वाली महिलाओं की स्थिति बेहतर
जो महिला कर्मचारी घर में पोचा लगाती हैं, उनकी स्थिति आश्चर्यजनक रूप से बेहतर है। पोचा लगाने वाले वाली केवल 44 फीसद महिलाओं को दर्द की समस्या है, तो नहीं लगाने वाली 230 में से 127 यानी 55 प्रतिशत को।
ऐसे की गई रिसर्च
रिसर्च में पीयू में काम करने वाली 400 महिलाओं को शामिल किया गया। इनसे 15 मिनट तक करीब 65 से 70 सवाल प्रश्नावली के माध्मय से पूछे गए।
ये कारण हैं कमर दर्द के
-गलत मुद्रा में बैठना,
-एक्सरसाइज ना करना
-शुरुआत में दर्द की अनदेखी करना
-मनमर्जी से बाम का इस्तेमाल करना